UP के चुनावी महाभारत में चीरहरण: लखीमपुर में सपा प्रत्याशी की साड़ी खींची, पर्चा छीना, हाथापाई की; प्रियंका ने कहा- लोकतंत्र का चीरहरण चल रहा है
[ad_1]
लखनऊ33 मिनट पहले
उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए चल रहे नामांकन के अंतिम दिन लखीमपुर खीरी में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। जिले के पसगवां ब्लाक में सपा प्रत्याशी रीतू सिंह का नामांकन भाजपा कार्यकर्ताओं ने नहीं करने दिया। आरोप है कि ब्लॉक में दाखिल हो रहीं सपा प्रत्याशी के साथ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने मारपीट और बदसलूकी भी की और उनकी साड़ी भी खींची।
समर्थक भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और धौरहरा से सांसद रेखा वर्मा के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। इस घटना के सामने आने के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए सरकार पर तीखा प्रहार किया।
कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले से जुड़ा एक वीडियो ट्वीट करते हुए योगी और मोदी सरकार पर हमला बोला। प्रियंका ने अपने ट्वीट में सीएम और पीएम से 4 सवाल किए हैं..
- कितनी जगह बमबाजी, गोलीबारी, पत्थरबाजी की
- कितने लोगों का पर्चा लूटा
- कितने पत्रकारों को पीटा
- कितनी जगह महिलाओं से बदतमीजी की
कानून व्यवस्था की आंख पर पट्टी बांधकर, लोकतंत्र का चीरहरण चल रहा है। pic.twitter.com/6H9L390frB
पसगवां ब्लॉक में सामने आया मामला
यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के पसगवां ब्लाक में ब्लाक प्रमुख चुनाव में जबरदस्त बवाल हुआ। सपा प्रत्याशी रीतू सिंह का नामांकन भाजपाइयों ने नहीं होने दिया। ब्लाक में दाखिल हो रहीं प्रत्याशी की प्रस्तावक अनीता को सड़क से खींच लिया गया। उनके साथ मारपीट हुई। इसके बाद सपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष क्रांति कुमार सिंह को गेट से खींच लाए। उनको बंधक बनाने का प्रयास किया।
अखिलेश यादव ने कहा- सत्ता के लिए नारी का अपमान
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखीमपुर की घटना को लेकर योगी सरकार पर हमला बोलते हुए घटना का वीडियो ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव जीतने के लिए बीजेपी नारी का अपमान करने पर तुली हुई है। अखिलेश ने वीडियो में शामिल लोगों को योगी के गुंडे कहकर संबोधित किया है।
सपा का आरोप- भाजपाईयों ने पर्चा छीनकर फाड़ दिया
सपा का आरोप है कि आरओ के सामने अंदर घुसे भाजपाई परचा छीन ले गए और फाड़ दिया। प्रत्याशी को भी पीटा गया। उसके कपड़े फट गए। यह सब पुलिस के सामने हुआ। आरोप है कि पुलिस ने किसी बवाली को रोकने की कोशिश नहीं की। इससे पहले सपा प्रत्याशी की कार को रास्ते में भाजपा के लोागों ने घेर ली। बाद में पहुंची पुलिस प्रत्याशी को ब्लाक की बजाय थाने ले गई। इस बीच तीन बज गए और सपा प्रत्याशी का नामांकन नहीं हो सका।
लखीमपुर खीरी के अलावा अन्य जिलों में भी हुआ बवाल
हालांकि लखीमपुर खीरी के अलावा यूपी के सीतापुर, लखीमपुर खीरी, अंबेडकरनगर, मऊ, जौनपुर और फतेहपुर जिलों में भाजपा और सपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर संग्राम हुआ। सीतापुर में तो कई राउंड फायरिंग हुई। फतेहपुर में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। लखीमपुर खीरी में सपा प्रत्याशी की प्रस्ताव के साथ बदसलूकी हुई। अधिकांश जिलों में बवाल के बाद ही नामांकन हो पाया।
हाईकोर्ट ने प्रत्याशियों को सुरक्षा देने का दिया था निर्देश
उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान पक्ष और विपक्ष के बीच कई जगहों पर नामांकन पत्र भरने को लेकर विवाद हुआ था। इस मामले को लेकर सपा के कुछ प्रत्याशियों ने कोर्ट की शरण ले ली है। उन्होंने कोर्ट से गुहार लगाई है कि नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने और इस दौरान सुरक्षा देने का प्रबंध किया जाए। इस याचिका पर कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि वह चुनावी प्रक्रिया पूरी करने और प्रत्याशियों को सुरक्षा देना सुनिश्चित कराए।
[ad_2]
Source link