UP के मौसम का अपडेट: अगले 4 दिन तक 26 जिलों में भारी बारिश के आसार, 4 घंटे के अंदर लखनऊ हुआ पानी-पानी; कानपुर में जलभराव, लोग घर छोड़ने को मजबूर
[ad_1]
लखनऊ30 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
लखनऊ में रविवार सुबह तेज बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश के 26 जिलों में आज भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है। सबसे ज्यादा बारिश पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी के जिलों में होगी। यहां तेज गरज और चमक के साथ बारिश होगी। 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार दिन तक ऐसा ही मौसम रहेगा।
प्रदेश में 4 घंटे में सबसे ज्यादा 30.2 MM (मिलीमीटर) बारिश राजधानी लखनऊ में रिकॉर्ड की गई। कानपुर की हालत लगातार खराब हो रही है। गंगा और पांडु नदी का जलस्तर बढ़ने से शहरी इलाकों में पानी भर आया है। लोगों के घरों में भी जलभराव हो गया है। लोग घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं।
इन 26 जिलों में मौसम का अलर्ट
प्रदेश के बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, महोबा, हमीरपुर, झांसी, ललितपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, जालौन, आगरा, औरैया, लखनऊ, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, बहराइच, गोरखपुर, महाराजगंज, प्रयागराज, फतेहपुर, अमेठी, रायबरेली, सीतापुर और सोनभद्र जिलों में बारिश की संभावना हैं।
24 घंटे में इन जिलों में हुई इतनी बरसात
फिरोजाबाद : 71.6 एमएम
सोनभद्र : 61.9 एमएम
औरैया : 55.4 एमएम
इटावा : 54.4 एमएम
महामाया नगर : 62.5 एमएम
प्रयागराज में यमुना का 10 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा जलस्तर।
उत्तर भारत में मौसम का दिखाई पड़ेगा असर
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जारी रिपोर्ट में बताया कि उत्तर और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अगले 4 दिनों में तेज बारिश होगी। निम्न दबाव का क्षेत्र और एक मानसूनी प्रवाह के कारण 1 अगस्त को मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में बरसात होगी। इसी तरह 2 अगस्त को छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में भारी से बारिश के अनुमान हैं।
झांसी में बादल छाए हुए हैं।
4 दिनों से मेरठ में बारिश जारी, धान व गन्ने की फसल का फायदा
मेरठ समेत आसपास के जिलों में पिछले 4 दिनों से हर रोज बारिश हो रही है। रविवार को भी आसमान में बदल छाए हुए हैं। इस बार सबसे ज्यादा फायदा धान व गन्ना फसल के लिए हुआ है। धान व गन्ने की फसल के अलावा ज्वार, बाजरा के लिए भी फायदा हुआ है। वेस्ट यूपी के मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर जिलों में गन्ने का क्षेत्र सबसे ज्यादा हैं। इस मौसम में गन्ना, धान यहां की मुख्य फसल है।
घरों को ताला लगाकर सड़कों पर दिन-रात बिताने को मजबूर हैं लोग।
कानपुर में घर छोड़ने को मजबूर लोग
कानपुर में 4 दिन से लगातार हो रही बारिश से गंगा और सहायक पांडु नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। जिसके चलते अब पानी शहरी क्षेत्रों में घुसने लगा। यहां करीब 700 से ज्यादा लोग अपना घर छोड़कर सड़क पर रात बिताने को मजबूर दिखे। वहीं, लोगों की मदद के लिए अब तक जिला प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
[ad_2]
Source link