SCO समिट में मोदी LIVE: प्रधानमंत्री ने कहा- अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने चुनौती बढ़ा दी है; सभी पार्टनर के सक्रिय सहयोग की उम्मीद करते हैं

SCO समिट में मोदी LIVE: प्रधानमंत्री ने कहा- अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने चुनौती बढ़ा दी है; सभी पार्टनर के सक्रिय सहयोग की उम्मीद करते हैं

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नई दिल्ली4 मिनट पहले

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SCO समिट में मोदी LIVE: प्रधानमंत्री ने कहा- अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने चुनौती बढ़ा दी है; सभी पार्टनर के सक्रिय सहयोग की उम्मीद करते हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ताजिकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे में हो रही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक को वर्चुअली संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम ने चुनौती बढ़ा दी है। हम सभी पार्टनर के सक्रिय सहयोग की उम्मीद करते हैं। इस साल SCO बीसवीं वर्षगांठ मना रहा है। खुशी की बात है कि हमारे साथ नए मित्र जुड़ रहे हैं। मैं ईरान का स्वागत करता हूं। इजिप्ट और कतर का भी स्वागत करता हूं। एक्सीलेंसी SCO की बीसवीं वर्षगांठ के बारे में सोचने का भी यह उपयुक्त अवसर है।

SCO समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान फिजिकली मौजूद हैं।

SCO समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान फिजिकली मौजूद हैं।

मोदी के संबोधन से पहले चीन, ईरान, पाकिस्तान और रूस के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात की है। चीन, ईरान, पाकिस्तान और रूस के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात की है। इस मुलाकात के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गे लेवरोव के साथ चर्चा में व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा से जुड़े मुद्दों पर बात हुई है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर दुशाम्बे में मौजूद
SCO की बैठक में शामिल होने के विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले ही दुशांबे पहुंच चुके थे। वे इस मीटिंग में फिजिकली शामिल हैं। SCO के सदस्य देशों की ये 21वीं बैठक है जिसकी अध्यक्षता ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान कर रहे हैं। शंघाई सहयोग संगठन अपनी स्थापना की 20वीं वर्षगांठ भी मना रहा है। 15 जून 2001 को इस संगठन की स्थापना हुई थी और 2017 में भारत इसका पूर्णकालिक सदस्य बना था।

चीन के रुख पर भी रहेगी नजर
SCO समिट में चीन के रुख पर भी नजर रहेगी, क्योंकि एक दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और ब्रिटेन के साथ परमाणु-ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां बनाने के लिए सुरक्षा समूह बनाया है। इस समझौते से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन को कंट्रोल किया जा सकेगा। ऑस्ट्रेलियाई PM स्कॉट मॉरिसन ने ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ संयुक्त रूप से गुरुवार को इसका ऐलान किया। इसके बाद चीन ने कहा था कि इन देशों को शीत युद्ध की मानसिकता से बाहर आना चाहिए।

एस जयशंकर ने की चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात
SCO की बैठक से अलग विदेश मंत्री एस जयशंकर गुरुवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात कर चुके हैं। इसके बाद एस जयशंकर ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि इस मुलाकात में भारत-चीन बॉर्डर पर डिसएंगेजमेंट पर चर्चा हुई और जोर दिया गया कि सीमा पर शांति के लिए डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना जरूरी है। साथ ही वैश्विक विकास पर भी चर्चा की गई और चीन से कहा कि वह भारत के साथ अपने संबंधों को किसी तीसरे देश के नजरिए से न देखे।

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