PHOTOS में महाराष्ट्र की ‘महा’ बाढ़: NDRF, सेना और नेवी की टीमें रेस्क्यू में जुटी, फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर और बोट के जरिए निकाला
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मुंबईएक घंटा पहले
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रत्नागिरी के चिपलून में NDRF के एक जवान ने बुजुर्ग महिला को कंधे पर बैठाकर सुरक्षित जगह पहुंचाया।
भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगढ़, कोल्हापुर, सतारा समेत कई जिलों में लाखों जिंदगियां पानी में घिर गई हैं। सिर्फ शुक्रवार को ही अलग-अलग हादसों में राज्य में 57 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
सबसे ज्यादा 36 मौतें रायगढ़ तलई गांव में हुईं हैं। यहां पहाड़ का मलबा आबादी वाले इलाके में गिर पड़ा। इसके नीचे 35 घर दब गए। अभी भी कइयों के फंसे होने की जानकारी सामने आ रही है, इसलिए करने वालों की संख्या बढ़ सकती है। इसी तरह सतारा के अंबेघर गांव में भी लैंड स्लाइडिंग हुई है। यहां 8 लोगों की जान गई है। मलबे के नीचे कई लोग दबे हुए हैं।
एयरफोर्स के Mi-17 हेलीकॉप्टरों की मदद से खेड़ और चिपलून तालुका में लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है।
बाढ़ का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र के कोल्हापुर में देखने को मिल रहा है। यहां सैंकड़ों गांव पानी में डूबे हुए हैं।
सतारा के पाटन में NDRF की टीम ने 261 लोगों को सही सलामत रेस्क्यू किया है। ये सभी एक बाढ़ग्रस्त गांव में फंसे थे।
NDRF की 18 टीमें तैनात, आर्मी और नेवी कर रहीं मदद
बरसात के कहर को देखते हुए महाराष्ट्र में नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) की 18 टीमों को 6 जिलों में तैनात किया गया है। इसके अलावा 8 टीमों को अलर्ट रखा गया है। NDRF की दो टीमें रायगढ़ में हुई लैंड स्लाइड वाली जगह पर सुबह से ही रेस्क्यू के काम में जुटी हैं।
अब तक टीम ने 36 शव बरामद कर लिए हैं। अलग-अलग जगहों पर फंसे लोगों को निकालने के लिए रायगढ़ में नेवी और कोल्हापुर, रत्नागिरी में आर्मी की मदद ली जा रही है।
NDRF की 5F टीम ने कोल्हापुर में 46 पुरुषों, 35 महिलाओं, 38 बच्चों और 13 बुजुर्गों को रेस्क्यू किया है।
रत्नागिरी में भारी बारिश के बारिश निचले इलाकों में पानी भर गया है।
रत्नागिरी में ही बारिश की वजह से सबसे ज्यादा तबाही हुई है।
पेड़ के नीचे दबे ऑटोवाले को बचाने के लिए चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
पुणे में भारी बारिश के चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को पेठ इलाके में एक बड़ा पेड़, ऑटोरिक्शा पर गिर गया। इसका ड्राइवर कई घंटे तक इसमें फंसा रहा। पुणे नगर निगम के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे पेड़ के नीचे से बाहर निकाला। वह बुरी तरह घायल हैं। उनका पुणे के ससून हॉस्पिटल में इलाज जारी है।
रत्नागिरी में बाढ़ की आशंका को देखते हुए सेना को तैनात किया गया है।
चिपलून में आई बाढ़ के बाद कई बच्चे अपने परिवार से बिछड़ गए हैं।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए NDRF की 8 टीमें ओडिशा से पुणे पहुंची हैं।
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