PAK आतंकी संगठन को लेकर NIA का बड़ा खुलासा: पुलवामा हमले के बाद JeM ने LeM नाम से बनाई नई टेरर टीम, इसका सरगना मसूद अजहर के भाई के संपर्क में था
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नई दिल्ली2 मिनट पहले
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LeM का गठन JeM ने एक ब्रांच के तौर पर किया। 2019 के पुलवामा हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचने के लिए उसने ऐसा किया। पुलवामा अटैक में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने अगस्त-सितंबर 2020 में एक नया आतंकी संगठन लश्कर-ए-मुस्तफा (LeM) बनाया था। हिदायत उल्लाह मलिक उर्फ हसनैन को भारत के लिए इसका सरगना बनाया। वह वांटेड आतंकी मौलाना मसूद अजहर के भाई मुफ्ती (अब्दुल) रऊफ (असगर) समेत कई जैश कमांडरों से पाकिस्तानी मोबाइल नंबर्स के जरिए संपर्क में था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की चार्जशीट में यह खुलासा हुआ है, जो 4 अगस्त को जम्मू की स्पेशल NIA कोर्ट में मलिक समेत 6 LeM आतंकियों के खिलाफ दायर हुई थी। इसमें बताया गया कि LeM के गठन के बाद मलिक को जैश कमांडरों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों बढ़ाने का निर्देश मिला।
मलिक लगातार अपने पाकिस्तानी आकाओं के संपर्क में था
चार्जशीट के मुताबिक, मलिक पाकिस्तान के मोबाइल फोन नंबर (92309 10XXX), मुफ्ती रौफ (+92336648XXXX) और अशाक अहमद नेंगरू (+92355809XXXX और +92355141XXXX) से वॉट्सऐप के जरिए अबु तलहा से संपर्क में था, जिसे डॉक्टर भी कहा जाता है।
LeM की प्रोग्रेस की देता था जानकारी
NIA ने पुलवामा हमले के मामले में अजहर, उसके भाइयों और नेंगरू को चार्जशीट में नामित किया है। मलिक उन्हें LeM की प्रोग्रेस के बारे में जानकारी देता था। वह पाकिस्तान स्थित जैश के दूसरे आकाओं के भी संपर्क में था।
JeM की ब्रांच के तौर पर बनाई गई LeM
LeM का गठन JeM ने एक ब्रांच के तौर पर किया। 2019 के पुलवामा हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचने के लिए उसने ऐसा किया। पुलवामा अटैक में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे।
मलिक को धन जुटाने का आदेश मिला था
JeM ने मलिक को धन जुटाने और स्थानीय कश्मीरी युवाओं को दल में भर्ती करने के लिए कहा था। उसके नेतृत्व में आरोपियों ने नवंबर 2020 में शोपियां में जम्मू-कश्मीर बैंक की मेन ब्रांच में 60 लाख रुपए की डकैती भी की थी। लूट के पैसे का इस्तेमाल कश्मीर और बिहार से हथियार हासिल करने में हुआ।
मलिक ने अजीत डोभाल के ऑफिस का भी दौरा किया
NIA ने 6 फरवरी को LeM और उसके बॉस के खिलाफ जम्मू में आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने का मामला दर्ज किया था। मलिक ने जम्मू और दिल्ली में कई सिक्योरिटी फैसिलिटी का सर्वे किया था। उसने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के ऑफिस का भी दौरा किया था।
LeM से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारी हुई
मलिक के अलावा NIA ने जम्मू-कश्मीर शोपियां के निवासी बसीरत-उल-ऐन और मुदाबीर मंजूर, अनंतनाग में रहने वाले जान मोहम्मद तेली, बिहार के छपरा का निवासी मुस्ताक आलम और उसके भाई जावेद आलम को भी नामजद किया है।
बिहार के सारण से भी अरेस्ट हुए 2 आतंकी
NIA ने 31 जुलाई को अनंतनाग के रहने वाले इरफान अहमद डार को गिरफ्तार किया था। इस पर LeM के आतंकियों को हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराने का आरोप है। इसके अलावा एजेंसी ने दो दूसरे LeM दहशतगर्दों मोहम्मद अरमान अली उर्फ अरमान मंसूरी और मोहम्मद एहसानुल्लाह उर्फ गुड्डू अंसारी को अरेस्ट किया था। इनकी गिरफ्तारी बिहार के सारण जिले से जुलाई के अंत में हुई थी।
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