BSF को अधिक पावर पर अकाली दल गरम: चंडीगढ़ में पंजाब भवन के बाहर प्रदर्शन कर मांगा CM चन्नी से इस्तीफा, भाजपा और पूर्व सीएम कैप्टन भी निशाने पर
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लुधियानाएक घंटा पहलेलेखक: दिलबाग दानिश
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पत्रकारों से बात करते हुए सुखबीर सिंह बादल व दलजीत सिंह चीमा।
सीमा से सटे 50 किलोमीटर तक के इलाकों में बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएफएस) को मिले कार्रवाई के अधिकारों को लेकर पंजाब की सियासत में आया उबाल शांत होने का नाम नहीं ले रहा। इस मामले में अब भाजपा के साथ-साथ राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी निशाने पर हैं। शिरोमणि अकाली बादल ने इस फैसले के खिलाफ चंडीगढ़ में पंजाब भवन के बाहर प्रदर्शन किया गया।
सुखबीर बादल बोले- चन्नी को पद छोड़ देना चाहिए
शिरोमणि अकाली दल बादल की तरफ से पंजाब भवन के बाहर प्रदर्शन किया। इसमें बड़ी संख्या वर्कर शामिल हुए। इस दौरान शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि केंद्र सरकार का फैसला गलत है। इसका लागू हो जाना मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की विफलता है इसलिए उन्हें अपना पद छोड़ देना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी सीधे तौर पर पंजाब के हकों पर डाका मार रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
केंद्र सरकार ने BSF को बॉर्डर के साथ 50 किलोमीटर तक के घेरे में आते इलाकों में कार्रवाई करने के अधिकार दे दिए। यह फैसला आने के तुरंत बाद पंजाब में इसका विरोध शुरू हो गया था। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, गृह मंत्री सुखजिंदर रंधावा, कांग्रेस नेता सुनील जाखड़, शिअद नेता दलजीत चीमा और सुखबीर बादल ने इसका विरोध किया और यह लगातार दूसरे दिन यानि गुरुवार को भी जारी है। वहीं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस फैसले के पक्ष में नजर आए। उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट करके कहा था कि इस फैसले से बीएसएफ को बल मिलेगा।
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