BJP MP का किसानों पर विवादित बयान: राज्यसभा सदस्य जांगड़ा बोले-ये बेड एलीमेंट; निठल्ले, निकम्मे और दारूबाज तक कह डाला
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सोनीपत8 मिनट पहले
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राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा।
कृषि कानूनों को रद्द और एमएसपी (MSP) की गारंटी का कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को लेकर BJP के राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। जांगडा किसानों को बेड-एलीमेंट के साथ ही निठल्ले, निकम्मे और दारूबाज बोल गए। यह पहली बार नहीं है, जब उनके मन की बात मुंह तक आई है। इससे पहले भी वे किसानों को नशेड़ी बोल चुके हैं। हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल, भाजपा की टिक टॉक नेत्री सोनाली फौगाट, दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी भी किसानों के लिए अपशब्द बोल चुके हैं। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने तो किसानों को कुकरमुत्ता तक कह दिया था।
दरअसल, हरियाणा से BJP के राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा दीपावली पर रोहतक के महम में कार्यक्रम शिरकत करने आए थे। जांगड़ा का किसानों ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया। भारी विरोध की आशंका को देखते हुए जांगड़ा को अपना कार्यक्रम स्थल बदलना पड़ा। बाद में की श्रीकृष्ण गोशाला में पत्रकारों ने किसानों के विरोध पर सवाल किया तो वे सब कुछ कहने के बाद बोले कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने किसानों को कई बार बेड एलीमेंट कहा। साथ ही जाते जाते उपस्थित लोगों को भी संदेश दे गए कि जो बेड एलीमेंट हैं, उनको सख्ती से रोको। समाज ही इसको रोक सकता है।
किसानों पर ये उगला जहर
सांसद रामचंद्र जांगड़ा के पत्रकारों से बातचीत करते हुए की एक वीडियो वायरल हुई है। पत्रकारों के सवाल के जवाब में सांसद बोल रहे हैं कि वो तो निकम्मे लोग हैं। गांव में दारूबाज और निकम्मे, निठल्ले लोग हैं। ना वो घर वालों के बस के और न गांव वालों के। वो बैड एलीमेंट हैं। उनके उपर कोई टिप्पणी नहीं। इसके बाद भी नहीं थमे। फिर बोले, सिंघु बॉर्डर पर एक को अंग काट काट कर मारा, इससे वो समाज के सामने भी नंगे हो गए हैं। बॉर्डर पर बेड एलीमेंट बैठे हुए हैं। वहां कोई किसान नहीं हैं। धीरे धीरे इनका समाज मे भी विरोध हो रहा है। मैं रोजाना दिल्ली जाता हूं, तीसरे चौथे दिन जाने का अवसर होता है। तकरीबन सारे टेंट खाली पड़े हैं। साथ में कहते हैं इनका समाधान जल्द होने की उम्मीद है।
जांगड़ा का ये पहला बयान नहीं, दे चुके हैं स्पष्टीकरण
सांसद रामचंद्र जांगड़ा का किसानों पर ये कोई पहला बयान नहीं है। इसी साल 20 मार्च को उन्होंने आंदोलन में शामिल किसानों को मुफ्त की दारू और मुफ्त की रोटियां तोड़ने वाला बताया था। फरमाणा के किसान कश्मीर सिंह सहारण ने महम थाने में इस पर उनके खिलाफ शिकायत भी दी थी। जांगड़ा ने 25 मार्च को अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया कि वो किसानों को लेकर नहीं बोले, असली किसान तो खेतों में काम कर रहे हैं। दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी के किसानों के खिलाफ दिए बयान के बाद जांगड़ा ने फिर 24 जुलाई को आंदोलनरत किसानों को नशेड़ी कह दिया। इसके बाद 15 अगस्त को किसानों ने हांसी के रामायण टोल पर उनकी गाड़ी को घेर लिया और काले झंडे दिखाए। इसी साल 27 फरवरी को महम में भी किसानों ने एक स्कूल के कार्यक्रम में जाने से रोक दिया था। तब 200 किसानों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।
मुसलमान भी निशाने पर
ऐसा नहीं है कि केवल किसान ही सांसद जांगड़ा के निशाने पर रहे हों, बल्कि वे तो मुस्लमानों को भी लपेट चुके हैं। इसी साल 2 अगस्त को वे यूपी के रामपुरी के विश्वकर्मा मंदिर में एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। तब उन्होंने सभी मुस्लिम मूर्तिकारों को भगवान विश्वकर्मा का वंशज बताया था। उनके इस बयान की चौतरफा निंदा हुई थी।
जेपी दलाल कहा था-किसानों को तो मरना ही है
इससे पहले हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल भी किसानों के लिए अपमानजनक शब्द बोल चुके हैं। भिवानी में 13 फरवरी को उन्होंने धरनारत किसानों की मौत से जुड़े सवाल पर कहा था कि वे (किसान) घर पर रहते तब भी उनकी मौत हो जाती। दलाल किसान आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ होने का बयान भी दे चुके हैं। जब भी मौका मिला कृषि मंत्री ने किसानों को बुरा भला जरूर कहा।
फोगाट किसानों को लफंगा बता चुकी
बिग बोस फेम और टिकटोक स्टार भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट भी किसानों पर जहर उगलने में पीछे नहीं रही हैं। विधानसभा चुनाव हार चुकी सोनाली फोगाट ने 4 अप्रैल को कहा था कि दुष्यंत चौटाला अपना कार्यक्रम करके चले गए, लेकिन किसान कुछ नहीं कर पाए। जिसको जो धरने प्रदर्शन करने हैं, वो करते रहो। एक दिन सभी थक कर बैठ जाएंगे। 29 जुलाई को सोनाली फोगाट ने एक वीडियो में कहा कि बॉर्डर पर बैठे सब लोग किसान नहीं है इनमें कुछ लफंगे भी हैं। जिन्हें घर में कोई काम नहीं करना होता, क्योंकि घर में रहेंगे तो काम करना पड़ेगा। क्योंकि ज्यादातर ऐसे हैं जिनकी शादी भी नहीं हुई है। बॉर्डर पर बैठे लोगों को फ्री में शराब और मुर्गा मिल जाता है।
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