लगातार दूसरे साल बिना श्रद्धालुओं के निकली रथयात्रा: जहां-जहां से गुजरनी थी भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा, वहां कर्फ्यू लगाया, ताकि भीड़ न जुटे
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पुरी3 घंटे पहले
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12वीं शताब्दी के मंदिर के इतिहास में लगातार दूसरे साल ऐसा हुआ, जब रथयात्रा में लोग शामिल नहीं हो सके।
ओडिशा के पुरी में सोमवार को ढोल, मंजीरे और शंख की ध्वनि के साथ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली गई। 12वीं शताब्दी के मंदिर के इतिहास में लगातार दूसरे साल ऐसा हुआ, जब रथयात्रा में लोग शामिल नहीं हो सके। इस दौरान मंदिर के सामने 3 किमी तक ‘ग्रैंड रोड’ सूनी पड़ी थी। केवल चुनिंदा पुजारी और पुलिसकर्मियों को ही उपस्थित रहने की अनुमति थी। पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने बताया कि सड़कों या घर की छतों पर एकत्र होने की मनाही थी। जहां-जहां से यात्रा निकाली गई, उन इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, ताकि इसमें भीड़ न जुटे।
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अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा
इधर, अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथजी की एक दिनी रथयात्रा सोमवार सुबह 7 बजे शुरू हुई, जो 10:50 बजे समाप्त हुई। खास बात यह है कि 19 किमी की यात्रा 15 घंटे चलती है। लेकिन कर्फ्यू के कारण यह महज 5 घंटे में पूरी हो गई। दूसरी ओर सुरक्षा में 23 हजार पुलिस के जवान लगाए गए। इसके अलावा 15 ड्रोन और 300 सीसीटीवी भी लगाए गए।
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