बलास्ट की कहानी, प्रत्यदर्शियों की जुबानी: रुटीन की तरह चल रहा था काम, एक दम से ब्लास्ट हुआ अफरा तफरी मच गई
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लुधियाना7 मिनट पहले
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समय 12 बजकर 23 मिंट का था, अदालत की दूसरी मंजिल पर चहल पहल थी, लोग अपने अपने कार्यालय में काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दूसरी मंजिल पर जब ब्लास्ट हुआ तो तभी वहां पर धुंआं और कुछ जगह पर आग लगी हुई थी। जैसे ही ब्लास्ट हुआ तो वहां पर अफरा तफरी का माहौल था और लोग भाग रहे थे। एक वकील के अनुसार एक व्यक्ति का शव मलबे के नीचे पड़ा हुआ था और कुछ लोग घायल थे, एक वकील के सिर में चोट आई थी और उसे वहां से प्राईवेट कार में लेजाया गया। बाथरूम की दीवार के साथ ही फोटो स्टेट मशीन लगी हुई थीं, यहां पर कुछ महिलाएं और बच्चे काम कर रहे थे, जैसे ही ब्लास्ट हुआ तो वह सन्न रह गए थे।
मैं पहली मंजिल पर था ब्लास्ट के बाद धुएं से आई आर्डीएक्श की गंध
एडवोकेट रमेश कपूर
एडवोकेट रमेश कपूर के अनुसार वह पहली मंजिल पर थे और बाहर जा रहे थे, तभी जोरदार धमाका हुआ, जब मैने ऊपर देखा तो शीशे बिखरे हुए थे। दूसरी मंजिल से धुंआं निकल रहा था और उसमें से आरडीएक्स की गंध थी और उसी समय ही उन्हें पता चल गया था कि यह आरडीएक्स का ब्लास्ट हुआ है। तभी यहां अफरा तफरी मच गई थी और लोग इधर उधर भाग रहे थे। कुछ ही समय बाद वहां पुलिस पहुंचने लगे।
दो तीन सेकिंड पहले ही वहां से गुजरा था और ब्लास्ट हो गया
हरीश राय ढांडा
शिरोमणि अकाली दल के नेता और विधान सभा क्षेत्र आत्म नगर से उम्मीदवार हरीश राय ढांडा के अनुसार वह अभी दो से तीन सेकेंड पहले ही वहां से गुजरे थे और उसके बाद ही ब्लास्ट हो गया। उन्हें लगा शायद उन पर ही हमला किया गया है, क्योंकि वह विधायक सिमरजीत सिंह बैंसे के दुष्कर्म मामले की पैरवी कर रहे हैं। जैसे ही ब्लास्ट हुआ मेरे ड्राइवर ने पिस्टल निकाल लिया था, और वह वहां से भाग निकले। जब नीचे गाड़ी के पास पहुंचे तो पीछे देखा पूरा धुंआं ही धुंआं था और लोग चीख पुकार मचाकर वहां से निकल रहे थे।
हम तीसरी मंजिल पर थे, हादसे के नीचे आए तो मलबे में दबे लोग देखे, एडवोकेट बराड़
एन एस बराड़।
एडवोकेट एनएस बराड़, मैं तीसरी मंजिल पर चैंबर के बाहर ही अपनी कुर्सी पर बैठी हुई थी और तारीख पर आए लोगों से बात कर रही थी, तभी जोरदार धमाका हुआ। पहले कहा गया था सिलेंडर ब्लास्ट हुआ है, सभी वहां से भागने लगे थे, मैं भी उनके साथ सीढियों से पहले नीचे उतरी तो देखा कि वहां पर चीख पुकार मची हुई थी। कुछ लोग मलबे के नीचे दबे हुए थे, मैने एक फोटो क्लिक की और वहां से नीचे आ गई। नीचे आकर देखा तो गाडियों के शीशे भी टूटे हुए थे।
मैं फोटो स्टेट कर रही थी तभी बगल में जोरदार ब्लास्ट हुआ, और हम सन्न हो गए, संदीप कौर
फोटो स्टेट चलाने वाली संदीप कौर।
कोर्ट कांपलेक्स में फोटो स्टेट का काम करने वाली संदीप कौर बताती हैं कि अभी लंच टाइम होना था और मैं फोटो स्टेट कर रही थी और कोर्ट से एक नायब कोर्ट मेरे पास फोटो स्टेट करवाने आया था। तभी जोरदार धमाका हुआ और वहां अफरा तफरी का माहौल बन गया। मैं सन्न हो गई थी और अस्पताल आने के बाद ही पता चला कि हुआ क्या है। वहां पर कुछ लोग मैने भागते हुए जरूर देखे थे।
मैं चैंबर में बैठा हुआ था, जोरदार धमाका हुआ और शीशे टूट गए, गुरपाल सिंह
गुरपाल सिंह।
एडवोकेट के मुंशी गुरपाल सिंह का कहना है कि यहां पर ब्लास्ट हुआ मैं कुछ ही दूरी पर था, बलास्ट के बाद हमारे चैंबर के शीशे टूट गए थे। मैने बाहर जाकर देखा तो चीख पुकार मची हुई थी। मैने ही अपने हाथों से घायलों को नीचे छोड़ा था और उन्हें अस्पताल लेजाया गया है।
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