CDS नहीं COSC चेयरमैन बने जनरल नरवणे: आर्मी चीफ को मिली तीनों सेनाओं की चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी की जिम्मेदारी, जनरल रावत के निधन से खाली थी पोस्ट
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4 मिनट पहले
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जनरल एमएम नरवणे के अब नया CDS बनने की संभावना भी बढ़ गई है। (फाइल फोटो)
आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे को देश का नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बनाए जाने की अटकलों के बीच बुधवार को उन्हें चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (COSC) का चेयरमैन बना दिया गया है।
तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी वाली कमेटी के चेयरमैन की यह पोस्ट देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत के 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर क्रैश में असामयिक निधन के बाद से खाली पड़ी थी। हालांकि जनरल नरवणे की नियुक्ति की अभी तक रक्षा मंत्रालय ने ऑफिशियल पुष्टि नहीं की है। लेकिन PTI के मुताबिक, रक्षा सूत्रों ने इस नए डवलपमेंट की पुष्टि की है।
अब CDS बनने का दावा मजबूत
सूत्रों ने यह भी कहा कि नए CDS को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। लेकिन जनरल नरवणे को तीनों सेनाओं के प्रमुखों में सबसे सीनियर होने के कारण COSC चेयरमैन बनाया गया है और इससे उनका अगला CDS बनने का दावा और ज्यादा मजबूत हो गया है।
IAF प्रमुख एयरचीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 30 सितंबर को, जबकि नेवी चीफ एडमिरल आर. हरी कुमार ने अपना पद 30 नवंबर को संभाला था। इसके उलट जनरल नरवणे को सेना प्रमुख बने करीब दो साल का वक्त हो चुका है। 61 वर्षीय जनरल नरवणे ने जनरल बिपिन रावत के रिटायरमेंट और देश के पहले CDS के तौर पर प्रमोशन के बाद 31 दिसंबर, 2019 को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (COAS) यानी सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली थी।
क्या है COSC और कैसे नियुक्त होता है चेयरमैन
COSC तीनों सेनाओं के प्रमुखों की मौजूदगी वाली कमेटी है, जो तीनों सेनाओं के बीच अभियानों व अन्य मुद्दों को लेकर कोऑर्डिनेशन बनाए रखने का काम करती है। जनरल नरवणे को उसी पुरानी परंपरा के तहत COSC चेयरमैन बनाया गया है, जो CDS का पद बनाए जाने से पहले लागू थी। इस परंपरा के तहत तीनों सेनाओं के प्रमुखों में से सबसे सीनियर अधिकारी को COSC चेयरमैन नियुक्त किया जाता था।
जनरल रावत का हुआ हादसे में निधन
देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत का 8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर क्रैश के दुखद हादसे में उस समय निधन हो गया था, जब वे अपनी पत्नी और 12 अन्य सैन्य अफसरों के साथ तमिलनाडु के कुन्नूर में एक कार्यक्रम में जा रहे थे। उनका MI-17V5 हेलिकॉप्टर उतरने की जगह से महज 7 किलोमीटर पहले अचानक जंगलों में गिर गया। इस हादसे में जनरल रावत, उनकी पत्नी व 11 अन्य अफसर मौके पर ही शहीद हो गए थे, जबकि इकलौते घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का 8 दिन अस्पताल में इलाज के बाद बुधवार को निधन हो गया।
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