मंत्रियों की लड़ाई में कूदे मजीठिया: कहा – छोटे जिले का रेट 2 से 3 करोड़ और बड़े का 5 करोड़ रुपए, जांच की जगह CM ने दरवाजे बंद कराए
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चंडीगढ़4 मिनट पहले
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बिक्रम सिंह मजीठिया।
पंजाब में डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा और टेक्निकल मंत्री राणा गुरजीत की लड़ाई में अब विपक्षी दल भी कूद पड़े हैं। पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि छोटे जिलों में पोस्टिंग के लिए 2 से 3 करोड़ रुपए और बड़े जिले के लिए 5 करोड़ रुपए का रेट है।
चंडीगढ़ में मजीठिया ने कहा कि एक मंत्री के ही आरोपों पर जांच और कार्रवाई की जगह CM चरणजीत चन्नी ने दरवाजे बंद करवा दिए। बाद में अपने घर बुलाकर सबको चुप करा दिया कि कोई बाहर कुछ नहीं कहेगा। पंजाब जैसे बॉर्डर स्टेट में यह आरोप गंभीर हैं, जिनकी गंभीरता से जांच कराई जानी चाहिए।
गुरुवार का कैबिनेट मीटिंग के बाद मंत्री आपस में भिड़े थे
रंधावा पर गंभीर आरोप
मजीठिया ने गृह विभाग देख रहे डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि रंधावा पर पहले भी यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को VIP ट्रीटमेंट देने के आरोप लगते रहे। जेल में रहता मुख्तार अंसारी तय करता था कि जेल सुपरिटेंडेंट कौन होगा?। इसके अलावा गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस विश्नोई को लेकर भी रंधावा पर सवाल उठते रहे।
जेल में कत्ल पर उठाए सवाल
मजीठिया ने कहा कि अमृतसर में 2700 करोड़ का ड्रग केस सामने आया था। जिसमें BSF ने क्रॉस बॉर्डर वाली 532 किलो हेरोइन बरामद की थी। बाद में उसकी जेल में ही हत्या कर दी गई। इसके अलावा बेअदबी केस में प्रमुख कड़ी महिंदरपाल बिट्टू की भी हत्या कर दी गई। मजीठिया ने कहा कि जेल मंत्रालय भी रंधावा के पास है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अपने और कांग्रेस के फायदे के लिए जेल में सबूत मिटाए जा रहे हैं।
CBI और NIA करे जांच
मजीठिया ने कहा कि रुपए लेकर पुलिस अफसरों की तैनाती राज्य और देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसमें जिसने रुपए लिए और दिए, उनके खिलाफ कार्रवाई हो लेकिन इस मामले की जांच CBI और NIA करे। इससे सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। पाकिस्तान लगातार पंजाब में गड़बड़ी की कोशिश करता रहता है। इससे पहले भी प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मेंबर अवतार पन्नू के भाई बलविंदर सिंह पन्नू कोटलाबामा के भाई को चेयरमैन लगाया गया था। हालांकि बाद में उसे हटाना पड़ा।
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