LOC पर यादों में जिंदा हुए जनरल रावत: मछाल, कुपवाड़ा और बारामूला में कड़ाके की सर्दी के बीच कैंडल मार्च निकाले गए; लोग बोले- दोस्त चला गया
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श्रीनगर2 मिनट पहलेलेखक: मुदस्सिर कुल्लू
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तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर क्रैश में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत के असमय निधन से पूरा देश शोकाकुल है। उनके निधन का दुख तमिलनाडु ही नहीं देश की राजधानी दिल्ली से भी हजार किलोमीटर दूर पाकिस्तान सीमा से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर भी महसूस किया गया। जो LOC रात-दिन पड़ोसी देश की हरकतों के कारण गोलियों और मोर्टार के शोर से गूंजती रहती है, गुरुवार को उसी LOC पर कुपवाड़ा, मछाल, बारामुला, लगभग सभी जगह जनरल रावत के निधन के लिए दुख के बोल सुनाई दिए।
दुख भरी ये आवाजें उन लोगों की थी, जिनके लिए देश का CDS नहीं बल्कि उनका एक पुराना दोस्त इस दुनिया से चला गया। इन लोगों ने गुरुवार को खून को भी जमा देने वाले माइनस टेंपरेचर के बावजूद सड़कों पर जगह-जगह कैंडल मार्च निकालकर, शोक सभाओं के लिए जमा होकर और और जनरल रावत की तस्वीरों के आगे मोमबत्तियां जलाकर उनके निधन पर शोक जताया।
मछाल गांव के लिए प्यारा दोस्त चला गया
मछाल गांव में कैंडल मार्च निकालकर शोक जताते ग्रामीण।
मछाल गांव के ग्रामीणों ने जनरल रावत को अपने प्यारे दोस्त के तौर पर याद किया। साथ ही उन्होंने कैंडल मार्च निकालने के दौरान जनरल रावत की पत्नी मधुलिका रावत और हेलिकॉप्टर क्रैश में उनके साथ जान गंवाने वाले 11 अन्य सैन्य अधिकारियों के लिए भी दुख जाहिर किया। लगभग सभी एज ग्रुप के लोगों की मौजूदगी वाले मार्च में जनरल रावत के साथ ही ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को भी खासतौर पर याद किया, जो इसी साल 27 जुलाई को मछाल सेक्टर में दौरे पर ग्रामीणों से भी मिलने आए थे।
जनरल बिपिन रावत के फोटो के आगे मोमबत्ती जलाकर श्रद्धाजंलि देते ग्रामीण।
दो मिनट का मौन रखकर किया याद
कैंडल मार्च निकालने के बाद मछाल के ग्रामीणों ने जनरल बिपिन रावत की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धाजंलि दी। साथ ही MI-17V5 हेलिकॉप्टर क्रैश में मरने वाले सभी लोगों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान सभी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा, शांति और स्थिरता का माहौर बनाने के लिए जनरल रावत के अनथक प्रयासों को कश्मीरी कभी नहीं भुला पाएंगे।
मछाल के ग्रामीणों के साथ ही LOC पर तैनात भारतीय सेना के जवानों ने भी रखा मौन।
जनरल रावत GOC रहने के दौरान बने थे सभी के दोस्त
जनरल बिपिन रावत करीब एक दशक पहले नार्थ कश्मीर के बारमुला में डग्गर डिविजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) के तौर पर तैनात रहे थे। इसी दौरान वे स्थानीय लोगों के दोस्त बने। नार्थ कश्मीर के निवासी उनके पीपुल्स फ्रेंडली व्यवहार को आज भी याद करते हैं। उनकी इमेज ऐसे आदमी की थी, जो सीमावर्ती इलाकों के लोगों की हर संभव मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहता था।
मछाल में जनरल बिपिन रावत के फोटो पर मोमबत्ती चलाने के साथ ही फूल भी चढ़ाए गए।
बारामुला जिले के फारूक अहमद के मुताबिक, वह (जनरल रावत) हर किसी का फोन रिसीव करते थे। लोगों के प्रति अपने दोस्ताना व्यवहार के कारण जनरल रावत हमेशा अपनी सेवाओं के लिए याद किए जाएंगे।
मौजूदा GOC भी मानते हैं जनरल रावत का कश्मीर कनेक्शन
श्रीनगर में भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के GOC लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के निधन किसी दूसरे के मुकाबले नार्थ कश्मीर में बारामुला के लोगों के लिए ज्यादा बड़ा नुकसान है, क्योंकि उनका यहां के लोगों के साथ क्लोज कनेक्शन था और वे इन सभी को बेहद प्यार करते थे।
बारामुला के शेरवानी कम्युनिटी हॉल में जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते GOC
जनरल रावत को श्रद्धाजंलि देने के बाद GOC पांडे ने मीडिया से कहा, हम सभी को इस दुख से उबरने में बहुत लंबा समय लगेगा। वे (जनरल रावत) सभी की जरूरत सुनते थे और फिर मुझे कॉल करते थे। इसके बाद वे मुझे सभी की मांग सुनने और उनकी मदद करने के लिए कहते थे। मुझे पक्का यकीन है कि बारामुला के लोगों ने किसी दूसरे के मुकाबले कहीं ज्यादा खोया है।
बारामुला के शेरवानी कम्युनिटी हॉल में जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते आम लोग।
GOC ने कहा, मुझे नहीं लगता कि इतना प्यार और जुड़ाव मैंने कहीं और देखा है, जितना उनका (जनरल रावत) उड़ी और बारामुला के लोगों और समूचे कश्मीर के लोगों के साथ था। यदि आप लोगों की DP (सोशल मीडिया अकाउंट्स की डिस्प्ले फोटो) देखें तो मेरे ख्याल से हर किसी की उनके साथ कम से कम एक फोटो मिलेगी।
राजभवन में भी मौन रखकर दी गई श्रद्धाजंलि
जम्मू-कश्मीर के राजभवन में जनरल बिपिन रावत व अन्य शहीदों को श्रद्धाजंलि देते उपराज्यपाल मनोज सिन्हा।
जम्मू-कश्मीर के राजभवन में भी उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को जनरल रावत व हादसे में मरने वाले अन्य लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों के साथ दो मिनट का मौन भी रखा। उपराज्यपाल ने इस दौरान कहा, देश सैन्य बलों में किए गए रिफार्म्स, शानदार नेतृत्व और विजन के लिए हमेशा जनरल रावत का अहसानमंद रहेगा।
तस्वीरों में देखिए कश्मीर में कहां-कहां लोगों ने जताया शोक
कुपवाड़ा में सेना के जवानों के साथ आम जनता ने भी कैंडल मार्च निकालकर जताया दुख।
कुपवाड़ा में मोमबत्ती जलाकर जनरल बिपिन रावत को श्रद्धाजंलि देता कश्मीरी युवक।
कुपवाड़ा के दर्गमुला में हेलिकॉप्टर क्रैश के शहीदों को श्रद्धाजंलि देती जनता।
श्रीनगर के चर्चित लाल चौक पर जनरल बिपिन रावत और दूसरे शहीदों को श्रद्धाजंलि देने के लिए जमा हुए लोग।
लाल चौक पर जनरल बिपिन रावत और दूसरे शहीदों को श्रद्धाजंलि देने के लिए आम जनता के साथ सेना के अधिकारी भी पहुंचे।
लाल चौक पर शहीदों को श्रद्धाजंलि देने के लिए मोमबत्तियां जलाते लोग।
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