HPSC नौकरी भर्ती कांड में नागर बर्खास्त: चीफ सेक्रेटरी के आदेश, 2016 बैच के HCS नागर को विजिलेंस ने पकड़ा था 90 लाख के साथ
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पानीपत27 मिनट पहले
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हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) की भर्तियों में लाखों रुपए लेकर लोगों को सिलेक्ट करवाने के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हरियाणा सिविल सर्विस (HCS) के अधिकारी अनिल नागर को बर्खास्त कर दिया गया है। 2016 बैच के HCS अधिकारी अनिल नागर की बर्खास्तगी के आदेश मंगलवार-7 दिसंबर- को हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल ने जारी किए। विजिलेंस ब्यूरो ने 18 नवंबर को HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर को 90 लाख रुपए कैश के साथ उनके दफ्तर से गिरफ्तार किया था।
आरोप है कि यह रकम डेंटल सर्जन भर्ती में कैंडिडेट्स को सिलेक्ट करवाने के लिए ली गई। विजिलेंस ब्यूरो नागर और इसी मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपियों से HPSC की अलग-अलग भर्तियों में अभ्यर्थियों को पास कराने के बदले में ली गई तीन करोड़ रुपये से अधिक की रकम बरामद कर चुका है। इस गिरफ्तारी के बाद हरियाणा सरकार ने अनिल नागर को सस्पेंड कर दिया था। विजिलेंस ब्यूरो अनिल नागर व अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार करने में जुटा है।
अनिल नागर की अपनी भर्ती पर चल रहा कोर्ट केस
अनिल नागर जिस भर्ती के जरिये HCS बने, वह भी विवादों में है। चौटाला सरकार के दौरान वर्ष 2004 में हुई भर्ती प्रक्रिया में चयनित अभ्यर्थियों को पूर्व हुड्डा सरकार ने नियुक्ति नहीं दी थी। इसके बाद 2016 में भाजपा सरकार ने 102 उम्मीदवारों में से 38 को ज्वाइन करवाया। इनकी नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है।
जिन 38 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए गए, उनमें HCS कार्यकारी शाखा के 23 चयनित उम्मीदवार शामिल थे। उनमें से 19 ने ही ज्वाइन किया। याचिकाकर्ताओं की मांग है कि 38 अभ्यर्थियों की तर्ज पर ही उन्हें भी HCS कार्यकारी शाखा में 2016 से नियुक्ति दी जाए। अदालत इस मामले में प्रदेश सरकार से जवाब मांग चुकी है।
दैनिक भास्कर इस खबर को लगातार अपडेट कर रहा है।
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