चुनाव से पहले आप का एक और झटका: आप से एक और विधायक का इस्तीफा, बठिंडा रूरल विधान रुपिंदर कौर रूबी ने छोड़ी पार्टी
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लुधियाना7 मिनट पहले
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आम आदमी पार्टी(AAP) की पुरानी नेता और बठिंडा रूरल से MLA रुपिंदर कौर रूबी ने पार्टी छोड़ दी है। उनकी ओर से देर देर रात ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि श्रीमान अरविंदर केजरीवाल जी कनवीनर आम आदमी पार्टी एवं भगवंत मान जी, आपको बताना चाहती हूं कि मैं आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रही है। कृप्या मेरा इस्तीफा स्वीकार किया जाए। बताया जा रहा है कि उनके पिता की तबीयत ठीक नहीं है और इस लिए वह पार्टी कार्यकर्मों में हिस्सा नहीं ले रही थीं। मगर पार्टी के साथ उनकी नाराजगी उस समय सामने आई थी जब वह भगवंत मान को मुख्यमंत्री का चेहरा एलानने के लिए खुलकर सामने आई थीं। अक्टूबर माह में उनकी ओर से भगवंत मान के हक में ब्यान देकर सभी को चौंका दिया था। इस दौरान रूबी ने यहां तक कह दिया था कि भगवंत मान के बाद तो अरविंद केजरीवाल ही बचते हैं। इसके बाद 29 अक्टूबर की अरविंद केजरीवाल की बठिंडा विजिट के दौरान भी वह पार्टी के कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं और पार्टी बोर्डों से उनकी फोटो भी गायब थीं। इसके बाद उनकी ओर से अचानक देर रात को अपना इस्तीफा ट्वीट किया है।
रुपिंदर कौर रूबी की तरफ से ट्वीट किया गया इस्तीफा
चुनाव से पहले आप को बड़ा झटका रूबी का इस्तीफा
जब आम आदमी पार्टी चुनाव में पूरे दम खम से उतरने की तैयारी कर रही है। खुद अरविंद केजरीवाल लगातार पंजाब दौरों पर हैं और वोटरों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं तो ऐसे में मौजूदा विधायक द्वारा इस्तीफा दिया जाना पार्टी के लिए बड़ा झटका है। इससे विरोधियों को अरविंद केजरीवाल को घेरने का मौका मिलेगा। रुपिंदर कौर रूबी पार्टी गठन के समय से ही सक्रिय कार्यकर्ता रही हैं, उनकी कार्यकुश्लता को देखते हुए ही उन्हें सात विधान सभा क्षेत्रों का जोन प्रभारी लगाया गया था। रुपिंदर कौर रूबी के पार्टी छोड़ने के बाद अरविंद केजरीवाल फिर से विरोधियों के निशाने पर रहने वाले हैं।
पार्टी छोड़ने वाली छट्ठी एमएलए बनी रुपिंदर कौर रूबी
इससे पहले आम आदमी पार्टी को छोड़कर सुखपाल सिंह खैहरा, पिरमल सिंह खालसा और जगदेव सिंह कमालू आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। यही नहीं जैतो से विधायक बलदेव सिंह और एचएस फूलका ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह छट्ठी आप नेता हैं जो विधायक रहते हुए पार्टी छोड़ चुकी हैं।
आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ आम के तीन विधायक।
2017 चुनाव में जीते थे 20 विधायक
आम आदमी पार्टी ने 2017 के चुनाव के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया था। शिरोमणि अकाली दल बादल को पछाड़ते हुए पार्टी ने पंजाब में 20 सीटें हासिल की थीं। यही नहीं पार्टी इस समय मुख्य विरोधी दल की भूमिका में है, जबकि अकाली दल के पास मात्र 15 विधायक की हैं। मगर पार्टी इन साढ़े चार साल में अपने विधायकों को संभाल नहीं पाई है और उनके छह विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं।
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