बिजली समझौते रद्द करने की तैयारी: 8 नवंबर के विस सेशन में आएगा टर्मिनेशन और रीनेगोशिएशन बिल; सस्ती और पर्याप्त बिजली के लिए टेंडर जारी

बिजली समझौते रद्द करने की तैयारी: 8 नवंबर के विस सेशन में आएगा टर्मिनेशन और रीनेगोशिएशन बिल; सस्ती और पर्याप्त बिजली के लिए टेंडर जारी

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चंडीगढ़एक घंटा पहले

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बिजली समझौते रद्द करने की तैयारी: 8 नवंबर के विस सेशन में आएगा टर्मिनेशन और रीनेगोशिएशन बिल; सस्ती और पर्याप्त बिजली के लिए टेंडर जारी

CM चरणजीत चन्नी ने इस बारे में मंत्रियों, अफसरों और लीगल एक्सपर्ट से बात की है।

पंजाब में सियासी मुद्दा बन चुके प्राइवेट थर्मल और सोलर प्लांटों से किए बिजली समझौते रद्द हो सकते हैं। पंजाब सरकार 8 नवंबर को बुलाए स्पेशल विधानसभा सेशन में यह प्रस्ताव ला सकती है। अफसर इसकी तैयारी कर रहे हैं। सरकार सस्ती और पर्याप्त बिजली का विकल्प भी ढूंढ रही है। इसको लेकर शुक्रवार को ही सरकार से 500MW बिजली खरीद के टेंडर निकाले हैं। जिसमें सरकार को 2.33 रुपए से 2.69 रुपए प्रति किलोवाट के कम रेट ऑफर हुए हैं।

सूत्रों की मानें तो पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) यानी बिजली समझौते रद्द करने के बारे में CM चरणजीत चन्नी ने अपने दो मंत्रियों के साथ पावरकॉम के अफसरों से मीटिंग की है। जिसमें कानून माहिर भी बुलाए गए थे। बिजली समझौते के मुद्दे पर सरकार किसी कानूनी लड़ाई में न फंसे, इसके लिए देश के कुछ टॉप लीगल एक्सपर्ट से भी सरकार ने बात की है।

रेट को लेकर भी चर्चा का मौका

पंजाब सरकार इस मामले में बीच का रास्ता भी निकाल सकती है। पंजाब विस में लाए जा रहे बिल में थर्मल और सोलर प्लांटों को मौका भी दिया जाएगा। इसे टर्मिनेशन और रीनेगोशिएशन से जोड़ा गया है। अगर कोई प्लांट समझौते रद्द न कराना चाहे तो वो रेट को लेकर सरकार से रीनेगोशिएट कर सकता है।

1200 करोड़ की बिजली माफी से नहीं बनी बात

पंजाब में कांग्रेस का सीएम बदलते ही चरणजीत चन्नी ने 1200 करोड़ के बिजली बिल माफ कर दिए। यह बिल 2 किलोवाट तक के कनेक्शन के थे। जिनका बिल बकाया खड़ा था। हालांकि तब सवाल उठा कि जिन लोगों ने ईमानदारी से पूरा बिल भरा, उन्हें सरकार ने क्या दिया?। अमरिंदर की कुर्सी जाने का बड़ा मुद्दा बिजली समझौते और महंगी बिजली भी थे। जिसको लेकर सरकार दबाव में थी। इस वजह से सभी को सस्ती बिजली देने के दांव पर काम किया जा रहा है।

सिद्धू का ट्वीट

सिद्धू का ट्वीट

BSF और कृषि कानून मुद्दे पर सेशन, सिद्धू ने बिजली समझौते का मुद्दा भी उठाया

पंजाब सरकार ने कुछ दिन पहले सर्वदलीय मीटिंग की थी। जिसमें तय हुआ कि BSF का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के साथ कृषि कानून रद्द करने के लिए 8 नवंबर को स्पेशल विस सेशन बुलाया जाएगा। इसके बाद पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू ने इसमें बिजली समझौते रद्द करने का भी मुद्दा उठाया दिया। कुछ दिन पहले दिल्ली में भी सिद्धू ने हाईकमान से यह मुद्दा उठाया।

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