पेगासस जासूसी मामला: सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुनाएगा, पिटीशनर्स ने कोर्ट की निगरानी में जांच करवाने की मांग की है

पेगासस जासूसी मामला: सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुनाएगा, पिटीशनर्स ने कोर्ट की निगरानी में जांच करवाने की मांग की है

[ad_1]

नई दिल्ली2 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
पेगासस जासूसी मामला: सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुनाएगा, पिटीशनर्स ने कोर्ट की निगरानी में जांच करवाने की मांग की है

पेगासस मामले में कई पत्रकारों और एक्टिविस्ट ने जांच की अर्जी दायर की थीं।- फाइल फोटो।

पेगासस जासूसी मामले की जांच करवाने की याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुनाएगा। ये मामला चीफ जस्टिस एनवी रमना की बेंच में है। बता दें पेगासस मामले में कई पत्रकारों और एक्टिविस्ट ने अर्जियां दायर की थीं। इनकी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच करवाई जाए।

पिटीशनर्स ने ये भी कहा है कि मिलिट्री ग्रेड के स्पाइवेयर से जासूसी करना निजता के अधिकार का उल्लंघन है। पत्रकारों, डॉक्टर्स, वकील, एक्टिविस्ट, मंत्रियों और विपक्षी दलों के नेताओं के फोन हैक करना बोलने की आजादी के अधिकार से समझौता करना है।

पेगासस विवाद क्या है?
खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय ग्रुप का दावा है कि इजराइली कंपनी NSO के जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस से 10 देशों में 50 हजार लोगों की जासूसी हुई। भारत में भी 300 नाम सामने आए हैं, जिनके फोन की निगरानी की गई। इनमें सरकार में शामिल मंत्री, विपक्ष के नेता, पत्रकार, वकील, जज, कारोबारी, अफसर, वैज्ञानिक और एक्टिविस्ट शामिल हैं।

पेगासस काम कैसे करता है?
साइबर सिक्योरिटी रिसर्च ग्रुप सिटीजन लैब के मुताबिक, किसी डिवाइस में पेगासस को इंस्टॉल करने के लिए हैकर अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। एक तरीका ये है कि टारगेट डिवाइस पर मैसेज के जरिए एक “एक्सप्लॉइट लिंक” भेजी जाती है। जैसे ही यूजर इस लिंक पर क्लिक करता है, पेगासस अपने आप फोन में इंस्टॉल हो जाता है।

2019 में जब व्हाट्सऐप के जरिए डिवाइसेस में पेगासस इंस्टॉल किया गया था तब हैकर्स ने अलग तरीका अपनाया था। उस समय हैकर्स ने व्हाट्सएप के वीडियो कॉल फीचर में एक कमी (बग) का फायदा उठाया था। हैकर्स ने फर्जी व्हाट्सऐप अकाउंट के जरिए टारगेट फोन पर वीडियो कॉल किए थे। इसी दौरान एक कोड के जरिए पेगासस को फोन में इंस्टॉल कर दिया गया था।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *