पंजाब की SIT भी पहुंची लखबीर के गांव: निहंगों की बर्बरता का शिकार युवक की बहन-पत्नी और ससुर से पूछताछ, ग्रामीणों के बयान भी लिए
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6 मिनट पहले
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चीम कलां गांव में पहुंचे पंजाब SIT के एडीजीपी वरिंदर कुमार और एसएसपी हरविंदर विर्क।
सिंघु बॉर्डर पर निहंगों की बर्बरता का शिकार हुए लखबीर सिंह की हत्या के मामले में पंजाब सरकार की ओर से गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने जांच शुरू कर दी है। SIT में शामिल ADGP वरिंदर कुमार शनिवार को तरनतारन के SSP हरविंदर विर्क के साथ चीमा खुर्द में लखबीर के घर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने मृतक की बहन राजकौर, पत्नी जसप्रीत कौर और ससुर दर्शन सिंह से बातचीत की। इससे पहले हरियाणा सरकार की विशेष टीम भी चीमा खुर्द गांव जाकर परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ कर चुकी है।
जानकारी देते निहंगों की बर्बरता का शिकार हुए लखबीर के रिश्तेदार।
पंजाब सरकार ने लखबीर हत्याकांड की जांच के लिए SIT का गठन किया था। टीम में ADGP वरिंदर कुमार, फिरोजपुर बॉर्डर रेंज DIG इंद्रबीर सिंह और तरनतारन के SSP हरविंदर विर्क को शामिल किया गया है। लखबीर की बहन राजकौर ने टीम को बताया कि उसका भाई ऐसी घटना को अंजाम नहीं दे सकता। किसी साजिश के तहत फंसाकर उसकी हत्या की गई है। राजकौर SIT के सामने भावुक हो गईं। रोते हुए उन्होंने अपील की कि पुलिस उनके भाई की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों तक पहुंचे और उसके माथे पर लगे कलंक को मिटाए। राजकौर ने कहा कि इस हत्या के पीछे किसी ने बड़ी साजिश रची है।
चीमा खुर्द में दिलबाग सिंह से पूछताछ करते पंजाब की एसआईटी।
परगट और दिलबाग सिंह से भी मिले अफसर
SIT के अधिकारी इसके बाद परगट सिंह के घर भी पहुंचे। अधिकारियों ने परगट सिंह और उसके परिजनों के बयान भी कलमबद्ध किए। टीम के सदस्य गांव में स्थित गौशाला भी पहुंचे। इस गौशाला के संचालक दिलबाग सिंह है। टीम ने दिलबाग से भी पूछताछ की। ग्रामीणों के मुताबिक लखबीर सिंह का हाथ काटने का दावा करने वाला निहंग सरबजीत सिंह किसान आंदोलन में सिंघु बॉर्डर जाने से पहले इसी गौशाला में काम करता रहा है। यहां भी पुलिस अफसरों ने सभी के बयान कलमबद्ध किए।
तरनतारन के गांव चीमा कलां में जांच के लिए पहुंचे एसआईटी सदस्य।
ADGP वरिंदर कुमार ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से गठित SIT ने शनिवार को चीमा कलां गांव में पहुंचकर जांच की। टीम ने जिस भी व्यक्ति से मुलाकात की उसके बयान कलमबद्ध किए गए हैं। जल्द ही लखबीर के फोन की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। जो भी इस पूरे मामले में दोषी होगा उसे गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जांच शुरू कराने के सियासी मायने भी
गौरतलब है कि पंजाब सरकार के इस मुद्दे पर SIT बनाने के पीछे सियासी मायने भी हैं। बेअदबी मामलों में प्रभावी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाकर ही पिछले महीने कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के CM पद से हटाया गया। अब चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार यह कह सकेगी कि उसने तो दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर हुई बेअदबी की जांच के लिए भी टीम बना दी थी। पंजाब सरकार की यह SIT पता लगाएगी कि तरनतारन जिले के चीमा गांव का लखबीर सिंह सिंघु बॉर्डर पर कैसे पहुंचा? उसे वहां कौन लेकर गया? क्या बेअदबी के लिए उसे किसी ने पैसे दिए थे?
शुक्रवार को पहुंची थी हरियाणा की SIT
हरियाणा पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) शुक्रवार को पंजाब में तरनतारन जिले के चीमा गांव में लखबीर सिंह के घर पहुंची। SIT में शामिल सब-इंस्पेक्टर रणबीर सिंह ने लखबीर सिंह की बहन राज कौर और पत्नी जसप्रीत कौर से लगभग 40 मिनट तक पूछताछ की। टीम ने हवेलियां गांव में उस परगट सिंह के परिवार से भी पूछताछ की जिसका मोबाइल नंबर लखबीर ने वीडियो में बताया था। लखबीर सिंह के खिलाफ बेअदबी के आरोप में कुंडली थाने में आईपीसी की धारा 295ए के तहत FIR नंबर 612 दर्ज की गई है। बेअदबी का केस निहंग बलविंदर सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया।
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