CM चन्नी और नवजोत सिद्धू में दूरियां बढ़ीं: मुख्यमंत्री के बेटे की शादी में शामिल नहीं हुए प्रदेश प्रधान; वैष्णो देवी माता मंदिर में माथा टेका, विजय इंद्र सिंगला भी थे साथ
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लुधियाना20 घंटे पहले
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वैष्णो देवी में विजय इंद्र सिंगला के साथ माथा टेकने पहुंचे नवजोत सिद्धू।
नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच की दूरियां लगातार बढ़ रही हैं। चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे की रविवार को शादी थी और इसमें पंजाब कांग्रेस की बड़ी हस्तियां शामिल हुईं। मगर इसमें दो बड़े चेहरे गायब रहे, नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह। नवजोत सिंह सिद्धू तो अभी पार्टी में ही हैं और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। मगर कभी चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह के खास रहे हैं।
लेकिन इन दिनों वह पार्टी के कारण उनसे दूर हो गए हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के बेटे की सादगी भरी शादी जितना चर्चा में रही, इन दोनों बड़े नेताओं का शादी में नहीं पहुंचना उतना ही विवाद में रहा। खास बात यह भी है कि नवजोत सिंह सिद्धू के साथ विजय इंद्र सिंगला भी शादी से दूर रहे हैं। शादी के बाद कांग्रेस की अगली रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं कि कहीं कांग्रेस में तीन माह पहले जैसे हालात तो नहीं बनने जा रहे हैं।
लखीमपुर खीरी मार्च के दौरान बोले थे अपशब्द
नवजोत सिंह सिद्धू जब लखीमपुर खीरी में मार्च के लिए जा रहे थे, तब उनकी ओर से मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस पार्टी को अपशब्द बोले गए थे। जिसकी खूब चर्चा हुई थी और इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू का विवाह में शामिल नहीं होना भी काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और दूसरे नेता लखीमपुर खीरी से सीधे शादी समारोह की तैयारियों में जुट गए थे और नवजोत सिंह सिद्धू और विजयइंद्र सिगला के साथ सीधे वैष्णो देवी माता के मंदिर में माथा टेकने पहुंच गए। एक तरफ मुख्यमंत्री के बेटे की शादी की फोटो फेसबुक पर चर्चित रहीं और दूसरी तरफ सिद्धू और सिंगला की वैष्णो देवी माता मंदिर की फोटो वायरल हो रही है।
फिर बिजली समझौतों पर सिद्धू ने उठाए सवाल
नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर बिजली समझौतों पर विचार करने का मुद्दा उठा दिया है। उनका कहना है कि कंपनियों की तरफ से एक माह के कोयले का भंडारण क्यों नहीं किया गया। इस पर कंपनी को जुर्माना लगाना चाहिए और सौर बिजली समझौते होने चाहिएं। इसी पर उनका कैप्टन अमरिंदर सिंह से भी विवाद रहा है और उनकी ओर से चन्नी सरकार के समक्ष भी यही बात रख दी गई है।
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