जम्मू कशमीर में सैनिकों की शहादत पर कैपटन का प्रतिक्रम: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे बाद बढ़े जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले
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लुधियाना24 मिनट पहले
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कैपटन अमरिंदर सिंह
पाकिस्तान समर्थित तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से जम्मू एवं कशमीर में आतंकी हमले बढ़ गए हैं। जम्मू एवं कशमीर में अल्प संख्यकों को ढूंढकर निशाना बनाया जा रहा है। यह प्रतिक्रिया कैपटन अमरिंदर सिंह की ओर से सुरनकोट सेक्टर में कार्रवाई में पांच सैनिकों के शहीद होने के बाद दी गई है। उनकी ओर से पहले से जताया गया डर सच साबित हो रहा है। उनका कहना है कि इससे निर्णायक और मजबूती से निपटने की जरूरत है। उनकी यह प्रतिक्रिया जम्मू एवं कशमीर में लगागार बढ़ रहे आतंकी हमलों पर दी गई है। हमलों में सिख और हिंदू परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है। पिछले ही दिनों श्रीनगर में सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसीपल सतिंदर कौर अध्यापक दीपक चंद की हत्या स्कूल में घुसकर कर दी गई थी, इससे पहले भी हिंदू मुलाजिमों को निशाना बनाया जा चुका है। लगातार बढ़ रही आतंकी घटनाओं से बेहद चिंता की स्थिति बनी हुई है और यही चिंता कैपटन अमरिंदर सिंह की तरफ से ट्वीट कर जाहिर की गई है। जिसमें उनकी ओर से लिखा गया है कि हमारा सबसे बुरा डर सच हो रहा है। पाकिस्तान समर्थित तालिबान के अफगानिस्तान पर अधिकार करने से कश्मीर में आतंकवाद बढ़ रहा है। अल्पसंख्यकों को ढूंढकर निशाना बनाया जा रहा है और अब सुरनकोट सेक्टर में कार्रवाई में पांच सैनिक शहीद हो गए हैं। हमें इससे निर्णायक और मजबूती से निपटने की जरूरत है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से किया गया ट्वीट
गृह मंत्री और एनएसए से मिलकर जता चुके हैं चिंता
कैप्टन अमरिंदर सिंह इससे पहले दो दिन के दिल्ली दौरे के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर एनएसए अजीत डोभाल से मिलकर इस पर चिंता जाहिर कर चुके हैं। उनकी ओर से पंजाब के बार्डर पर लगातार ड्रोन से भेजे जा रहे असलहे और बारूद का उलेख उनके समक्ष किया गया था। वह इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी चिंता जाहिर कर चुके हैं। जिस कारण उनके इस ट्वीट को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। वह पहले ही इसकी आशंका जाहिर कर चुके हैं।
अमित शाह से मुलाकात के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह
पंजाब में लगातार बार्डर से आ रहे हथियार
पंजाब में अमृतसर और पठानकोट सेक्टर लगातार ड्रोन के जरिए हथियार पहुंच रहे हैं। बीएसएफ और पंजाब पुलिस पिछले समय के दौरान छह टिफिन बंब, असलाह और हथियार पकड़ चुकी है। यही नहीं जम्मू एवं कशमीर का बार्डर पठानकोट की तरफ से पंजाब के साथ लगता है। जम्मू एवं कशमीर में बार्डर पर सख्ती के कारण पंजाब के बार्डर से असलाह तो यहां नहीं पहुंच रहा। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। यही कारण है कि पिछले समय के दौरान प्रदेश के गृह मंत्री की तरफ से प्रदेश के बार्डर पर सख्त नाकाबंदी के आदेश दिए गए थे।
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