पंजाब कांग्रेस में नहीं थम रही कलह: सिद्धू का चन्नी सरकार पर हमला, DGP और AG की नियुक्ति से पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़का; उन्हें हटाएं वर्ना मुंह नहीं दिखा पाएंगे
[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Punjab
- Jalandhar
- Sidhu’s Attack On Channi Sarkar, Appointment Of DGP And AG Sprinkled Salt On The Wounds Of The Victims; Remove Them Or Else You Won’t Be Able To Show Your Face
जालंधर34 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
नवजोत सिंह सिद्धू।
पंजाब कांग्रेस प्रधान पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिद्धू ने नई बनी चन्नी सरकार पर फिर हमला किया है। इस बार भी सिद्धू के टारगेट पर DGP इकबालप्रीत सहोता और एडवोकेट जनरल (AG) एपीएस देयोल ही हैं। सिद्धू ने कहा कि इनकी नियुक्ति कर पंजाब सरकार ने नशा और बेअदबी केस के पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़का है। सिद्धू ने कहा कि इन दोनों को हर हाल में बदलना होगा वर्ना हम पंजाब के लोगों को मुंह नहीं दिखा पाएंगे। सिद्धू लगातार इन दोनों अफसरों को हटाने पर अड़े हैं। सिद्धू ने इनकी नियुक्ति के बाद ही इस्तीफा दे दिया है।
ड्रग और बेअदबी पर कार्रवाई न करने पर हटाए गए अमरिंदर
नवजोत सिद्धू ने कहा कि बेअदबी के केस में इंसाफ और ड्रग तस्करी में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर ही 2017 में पंजाब की सरकार बनी थी। इस मामले में सरकार फेल रही। जिस वजह से पिछले सीएम (कैप्टन अमरिंदर सिंह) को हटा दिया गया। सिद्धू साफ कह रहे हैं कि नई सरकार में भी इसी तरह के काम होने लगे हैं।
सिद्धू का ट्वीट।
नाराजगी नहीं छोड़ रहे सिद्धू
स्पष्ट है कि नवजोत सिद्धू अभी तक सरकार से नाराज हैं। सिद्धू को मनाने के लिए CM चरणजीत चन्नी ने 3 दिन पहले पंजाब भवन में बैठक भी की थी। जहां सहमति का फॉर्मूला निकाला गया था। जिसमें कहा गया कि वो UPSC को 10 वरिष्ठ अफसरों के नाम भेज रहे हैं। इनमें से जो भी 3 अफसरों का पैनल आएगा, उसमें से डीजीपी लगा दिया जाएगा। हालांकि उसमें भी सहोता का नाम है।
वहीं, एडवोकेट जनरल एपीएस देयोल से बेअदबी के केस वापस ले लिए गए। आगे के लिए यह तय किया गया कि बड़े फैसले लेने के लिए कमेटी बनेगी। जिसमें नवजोत सिद्धू, CM चरणजीत चन्नी और हाईकमान से जनरल सेक्रेटरी या पंजाब इंचार्ज मेंबर होंगे। हालांकि सिद्धू अभी डीजीपी और एजी को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं।
सिद्धू ने कल भी दिखाए थे तेवर
सिद्धू ने शनिवार को भी तीखे तेवर दिखाए थे। उन्होंने कहा कि पद रहे या न रहे लेकिन वो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े रहेंगे। माना जा रहा है कि अभी तक कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू के फैसले पर फैसला नहीं लिया है। इसको लेकर भी सिद्धू की नाराजगी बरकरार है। इस्तीफा हाईकमान नामंजूर करेगा तो ही सिद्धू के वापस चार्ज लेने के संकेत दिए जा रहे हैं। सिद्धू अगर खुद इस्तीफा वापस लेते हैं तो फिर उन्हें डर है कि कहीं वो उनकी सियासी साख में कमी न आ जाए।
[ad_2]
Source link