महंत की मौत के 16 राजदार: नरेंद्र गिरि के शिष्य और सेवादार CBI के रडार पर, मठ से जुड़े नेता और पुलिस अफसर भी जांच के दायरे में

महंत की मौत के 16 राजदार: नरेंद्र गिरि के शिष्य और सेवादार CBI के रडार पर, मठ से जुड़े नेता और पुलिस अफसर भी जांच के दायरे में

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प्रयगाराज/वाराणसी10 घंटे पहलेलेखक: पुष्पेंद्र कुमार त्रिपाठी

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में हुई मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए CBI महंत से जुड़े 16 किरदारों की कुंडली खंगालने में जुट गई है। इनमें महंत के कथित उत्तराधिकारी बलवीर गिरि से लेकर उनके शिष्य आनंद गिरि तक का नाम शामिल है। साथ ही पुलिस के कुछ अफसर और कुछ राजनेता भी CBI की जांच सूची में हैं।

महंत नरेंद्र गिरि का शव 20 सितंबर की शाम संदिग्ध हालात में फंदे पर लटका हुआ मिला था। संत समाज का कहना है कि महंत ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उनकी हत्या की गई है। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 सितंबर की रात इस मामले की CBI से जांच कराने की सिफारिश की थी। CBI जांच के घेरे में मठ से जुड़े ये अहम किरदार हैं…

ग्राफिक्स- हृदेश अग्रवाल

ग्राफिक्स- हृदेश अग्रवाल

ग्राफिक्स- हृदेश अग्रवाल

ग्राफिक्स- हृदेश अग्रवाल

जिन शिष्यों पर महंत की विशेष कृपा रही, उनसे भी पूछताछ होगी
महंत नरेंद्र गिरि पर उनके शिष्य आनंद गिरि ने आरोप लगाया था कि उन्होंने अपने ड्राइवर विपिन सिंह को आलीशान मकान दिलाया था। जौनपुर का रहने वाला अभिषेक मिश्रा महंत नरेंद्र गिरि का गनर था। अब अभिषेक भी करोड़ों की संपत्ति का मालिक है, जबकि वह एक सामान्य पृष्ठभूमि का था। अभिषेक एक बड़ी संपत्ति का मालिक महंत जी के संपर्क में आने के बाद ही बना।

महंत ने अपने विद्यार्थी रामकृष्ण पांडेय को आलीशान मकान दिलाने के साथ ही बड़े हनुमान मंदिर में दुकान दिलाई थी। विद्यार्थी विवेक मिश्रा के नाम जमीन खरीदने के साथ ही उसका मकान बनवाया था। मठ में ही रहने वाले मनीष शुक्ला को करोड़ों रुपए का मकान दिलाने के साथ ही आनंद गिरि की फार्च्यूनर उसके नाम कराई थी। इसी तरह से उन्होंने मिथिलेश पांडेय को भी आलीशान मकान बनवाकर दिया था। ये सभी शिष्य भी अब सीबीआई के रडार पर हैं।

मौत से पहले 18 लोगों से महंत की बातचीत हुई थी
महंत नरेंद्र गिरि की मौत की अब तक जांच कर रही SIT के मुताबिक 20 सितंबर को मौत से पहले महंत की 18 लोगों से बातचीत हुई थी। इन 18 लोगों में हरिद्वार के 2 प्रॉपर्टी डीलरों के अलावा अन्य लोग थे। जिन लोगों से बात हुई थी, उनकी सूची SIT अब CBI को सौंपेगी। अब CBI अपनी तफ्तीश में इन सभी को नोटिस जारी करके पूछताछ के लिए बुलाएगी कि महंत की किससे-क्या बात हुई थी।

प्रयागराज पुलिस की केस डायरी भी जांच में शामिल होगी
CBI पहले प्रयागराज पुलिस द्वारा जुटाए गए सबूतों की पड़ताल करेगी। इसके बाद बाघंबरी मठ के जिस कमरे में महंत का शव फंदे से लटका मिला था, वहां क्राइम सीन रिक्रिएट करेगी। CBI सूत्रों का कहना है कि पुलिस की केस डायरी और अब तक मिले तमाम तथ्यों को भी जांच में शामिल किया जाएगा।

CBI ने गुरुवार को दर्ज की थी FIR
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में CBI ने गुरुवार को FIR दर्ज की थी। इस केस की जांच CBI की दिल्ली स्पेशल क्राइम ब्रांच करेगी। इसके लिए ASP केएस नेगी की अगुआई में CBI की 20 लोगों की टीम बनाई गई है। जांच एजेंसी ने प्रयागराज के जॉर्जटाउन थाने में दर्ज FIR को ही आधार बनाया है। इसमें नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि को नामजद आरोपी बनाया गया है।

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