मेजर अनुज राजपूत का पार्थिव शरीर आज पहुंचेगा पंचकूला: जम्मू-कश्मीर में हेलिकॉप्टर क्रैश होने से गई जान, 4 दिन पहले ही मनाया था जन्मदिन; शादी की तैयारियों में जुटा था परिवार
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पंचकूला26 मिनट पहले
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मेजर अनुज। फाइल फोटो
जम्मू-कश्मीर के पटनीटॉप इलाके में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले मेजर अनुज राजपूत पंचकूला के सेक्टर-20 के रहने वाले थे। उनका पार्थिव शरीर बुधवाद दोपहर तक सेक्टर-20 पहुंचेगा। जहां पूरे राजकीय सम्माने के साथ मेजर अनुज का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वह माता-पिता की इकलौती संतान थे। 18 सितंबर यानि 4 दिन पहले ही उन्होंने अपना जन्मदिन मनाया था।
मेजर अनुज की सगाई हुए भी अभी डेढ़ महीने का समय बीता था। गत 25 अगस्त को उनकी सगाई दिल्ली में हुई थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं।मेजर अनुज की माता ऊषा सेक्टर- 20 स्थित गांव कुंडी के सरकारी स्कूल में टीचर हैं। बेटे की शादी को लेकर घर में खुशी का माहौल था, लेकिन एक हादसे से खुशियां मातम में बदल गईं। अनुज राजपूत की 12वीं तक पढ़ाई चंडीगढ़ में हुई। इसके बाद वह एनडीए देहरादून चले गए थे। वर्ष 2015 में वह मेजर बने थे।
हादसे के बाद क्षतिग्रस्त हुआ हेलिकॉप्टर।
नगरोटा इलाके से भरी थी उड़ान
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पटनीटॉप इलाके के पास सेना का एक चीता हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण क्रैश हो गया। जिसमें पायलट और को-पायलट की मौत हो गई। मृतक जवानों की पहचान मेजर रोहित कुमार और मेजर अनुज राजपूत के तौर पर हुई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी। आसपास के लोगों की मदद से दोनों को उधमपुर के सेना कमान अस्पताल में एडमिट करवाया गया, जहां उन्हें डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हेलिकॉप्टर ने नगरोटा इलाके से उड़ान भरी थी।
हेलिकॉप्टर हादसे में घायल को अस्पताल ले जाती रेस्क्यू टीम।
खराब होने के कारण फोर्स लैंडिंग करनी पड़ी
यह हादसा सुबह 10.30 से 10.45 बजे के बीच पटनीटॉप एरिया के शिवगढ़ धार में हुआ। दोनों पायलट ट्रेनिंग पर थे। चीता हेलिकॉप्टर रूटीन उड़ान पर था, जिसे आर्मी के दो मेजर उड़ा रहे थे। इसी दौरान मौसम खराब होने के कारण फोर्स लैंडिंग करनी पड़ी और हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा भारी धुंध के कारण हुआ। हेलिकॉप्टर से संपर्क टूटने के बाद टीमें घटना स्थल के लिए रवाना हुईं, लेकिन उसमें डेढ़ घंटे का समय लग गया।
हादसे में जान गंवाने वाले मेजर रोहित और मेजर अनुज।
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