पेंशन में टेंशन: गांव में नेटवर्क नहीं मिला तो 75 साल की महिला को चारपाई पर लिटाकर पहाड़ी पर ले गए, 3 किमी चढ़ाई करने पर 750 का पेमेंट मिला
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- If The Network Was Not Found In The Village, The Family Took The Elderly To The Hill By Lying On The Cot, If The Network Came Here, They Got 750 Rupees
सिरोही13 घंटे पहले
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राजस्थान के सिरोही जिले की आबूरोड तहसील में नेटवर्क नहीं मिलना सबसे बड़ी समस्या है। यहां के भाखर इलाके के गांवों में राशन और पेंशन के लिए आदिवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां के रतोरा फली गांव में गुरुवार को 75 साल की मोतरी गरासिया को तो 3 किमी की चढ़ाई चढ़ने के बाद 750 रुपए की पेंशन मिल पाई।
दरअसल डाकिया आधार इनेबल्ड मशीन लेकर पेंशन का भुगतान करने पहुंचा था, लेकिन गांव में नेटवर्क नहीं मिल पाया। ऐसे में मोतली के परिजन उन्हें चारपाई पर लिटाकर पहाड़ी पर ले गए। डाकिया भी उनके साथ-साथ चलता रहा और बीच-बीच में कनेक्टिविटी चेक करता रहा, लेकिन 3 किमी की चढ़ाई चढ़ने के बाद नेटवर्क मिल पाया और तब जाकर महिला से अंगूठा लगवाकर डाकिए ने पेंशन का भुगतान किया।
बुजुर्ग महिला को चारपाई पर लिटाकर पहाड़ी पर ले जाते हुए परिजन। रास्ता मुश्किल होने की वजह से ये लोग थोड़ी-थोड़ी दूरी पर आराम के लिए भी रुकते रहे।
भाखर इलाके के 24 गांवों में नेटवर्क सबसे बड़ी मुसीबत
आबूरोड तहसील के भाखर इलाके के 24 गांवों में नेटवर्क सबसे बड़ी मुसीबत है। इस इलाके के जायदरा, उपला टाकिया, निचला टाकिया, निचला खेजड़ा, उपला खेजड़ा, दानबोर, पाबा, रणोरा, भमरिया, बूजा, जांमबूडी, बोसा, कलोरा, उपलीबोर, निचली बोर, मीण, मीनतलेटी राडा, मथारा फली, वेराफली, सातखेजड़ा और क्यारी जैसे गांवों में आज भी नेटवर्क नहीं मिलता।
कंटेंट- रवि भारद्वाज
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