भारत-पाक बॉर्डर पर फिर सर्च: भरोवाल के खेतों से मिले पैकेट की पैकिंग देखकर हैंडग्रेनेड गिराए जाने का शक, दो दिन पहले सीमा पर देखा गया था ड्रोन
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अमृतसर7 मिनट पहले
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बार्डर पार से ड्रोन के जरिए फैंका गया पैकेट।
अमृतसर जिले में घरिंडा थाने के तहत आते भरोवाल गांव से बरामद हुए खाली पैकेट में हैंडग्रेनेड सप्लाई किए जाने की आशंका के चलते बुधवार को अमृतसर देहाती पुलिस ने बॉर्डर एरिया में एक बार फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। रविवार रात BSF जवानों ने बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की दो बार हरकत देखी थी। ड्रोन को देखकर BSF जवानों ने फायरिंग भी की मगर तब तक ड्रोन वापस पाकिस्तानी एरिया में लौट चुका था।
ड्रोन नजर आने के बाद BSF अधिकारियों ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर उसी रात एरिया में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस सर्च ऑपरेशन के दौरान भेरोवाल गांव के खेतों से एक खाली बैग मिला। पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार, जिस समय ड्रोन देखा गया, उस समय भारतीय सीमा में शायद तस्कर मौजूद रहे होंगे जो बैग गिराए जाते ही उसमें मौजूद सामान निकालकर वहां से निकल गए। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि ड्रोन से इस बार हेरोइन नहीं, बल्कि हैंडग्रेनेड गिराए गए थे और वह तस्करों के हाथ लग चुके हैं।
पिछले महीने पाकिस्तान की तरफ से आई खेप में हैंडग्रेनेड थे। हैंडग्रेनेड को फोम में लपेट कर फेंका गया था ताकि जमीन पर गिरने की सूरत में उन्हें नुकसान न पहुंचे।
हैंडग्रेनेड होने का शक इसलिए
BSF और अमृतसर देहाती पुलिस को सर्च ऑपरेशन में जो खाली बैग मिला, उसकी पैकिंग इस तरह से की गई थी कि ड्रोन से गिराए जाने की सूरत में बैग के अंदर मौजूद सामान को नुकसान न पहुंचे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बैग में अगर हेरोइन के पैकेट होते तो उनके लिए इस तरह की पैकिंग करने की जरूरत नहीं थी क्योंकि जमीन पर गिरने से हेरोइन के पैकेट्स को नुकसान पहुंचने का कोई डर नहीं होता। हेरोइन को तो कोरियर वाले नॉर्मल लिफाफे में भी लपेटकर फेंका जा सकता है मगर खेतों में मिले खाली बैग के अंदर फोम लगी हुई थी। ऐसे में शक है कि शायद बैग में हैंडग्रेनेड रहे होंगे।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले जब इंटरनेशनल बॉर्डर पर टिफिन बम मिले थे, तब उनके साथ कई हैंडग्रेनेड भी थे। उस समय हैंडग्रेनेड और टिफिन बम को इसी तरह फोम के साथ लपेटा गया था।
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