अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल विवादों में घिरे: रैलियों के विरोध पर बोले : एक इशारा कर दिया तो ढूंढने पर भी नहीं मिलेंगे; संयुक्त किसान मोर्चा का चैलेंज : एक ऐलान किया तो पंजाब में खड़े नहीं हो सकोगे
[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Punjab
- Jalandhar
- Said On The Protest Against The Rallies: If You Make A Gesture, You Will Not Find It Even After Searching; Challenge Of United Kisan Morcha: If You Make An Announcement, You Will Not Be Able To Stand In Punjab
जालंधर44 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
लुधियाना के साहनेवाल रैली में संबोधित करते सुखबीर बादल।
पंजाब में शिरोमणी अकाली दल (बादल) के प्रधान सुखबीर बादल विवादों में घिर गए हैं। सुखबीर ने लुधियाना के साहनेवाल रैली में कहा कि हम अमन-शांति व भाईचारा चाहते हैं लड़ाई नहीं। अगर मैं एक इशारा कर दूं तो यह ढूंढने पर भी नहीं मिलेंगे, लेकिन नहीं हम शांति चाहते हैं। सुखबीर का यह बयान निशाने पर तब आया, जब पंजाब कांग्रेस ने इसे सोशल मीडिया पर प्रचारित करना शुरू कर दिया।
इसके साथ सुखबीर का एक और बयान चर्चा में है। जिसमें मीडिया से बातचीत में सुखबीर कह रहे हैं कि किसान यूनियन वाले किसान ही नहीं हैं, बल्कि वो तो नक्सली हैं। कांग्रेस ने सुखबीर के दोनों बयान सोशल मीडिया के जरिए वायरल किए तो किसानों तक भी पहुंच गए। असल में यह विवाद तब शुरु हुआ, जब मोगा में सुखबीर की रैली के दौरान किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसके बाद किसान संगठनों ने चुनाव की घोषणा से पहले ही रैलियां करने को लेकर सवाल खड़े कर दिए।
सुखबीर बोले, छेड़छाड़ कर जारी किए वीडियो
अकाली प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि कांग्रेस ने वीडियो से छेड़छाड़ कर इन्हें जारी किया है। वह किसान आंदोलन के साथ हैं। उन्होंने केंद्र सरकार में मंत्री पद छोड़ा। भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए गठबंधन छोड़ा। कांग्रेस उन्हें बदनाम करने के लिए ऐसे गलत वीडियो पेश कर रही है। उनकी चेतावनी अकाली दल के कार्यक्रम खराब कर रहे विरोधी नेताओं के लिए थी।
मीडिया से बात करते किसान नेता मनजीत राय व अन्य नेता।
किसान नेता बोले : जुबान पर कंट्रोल करें सुखबीर, BJP के इशारे पर तो नहीं चल रहे
सुखबीर बादल का वीडियो सामने आने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा भड़क उठा। सिंघु बार्डर पर बैठक के बाद किसान संगठनों ने सुखबीर बादल को अपनी जुबान पर कंट्रोल करने को कहा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर संयुक्त किसान मोर्चा ने कोई ऐलान कर दिया तो सुखबीर खड़े तक नहीं हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर सुखबीर इतने किसान हितैषी हैं तो उन्हें तुरंत अपनी रैलियां रद्द करनी चाहिए।किसानों के विरोध के बाद ही वो सही रास्ते पर आए हैं। किसान नेता मनजीत राय ने कहा कि किसानों के साथ सुखबीर की मोगा रैली के दौरान अकाली दल के छात्र संगठन स्टूडेंट आर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (SOI) ने किसानों के साथ बदसलूकी की। कहीं सुखबीर भाजपा के इशारे पर तो नहीं चल रहे।
विरोध के बाद सुखबीर ने 5 दिन के लिए टाली रैलियां
पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर सुखबीर 100 दिन के प्रदेश दौरे पर हैं। संयुक्त किसान मोर्चा से टकराव के बाद अब सुखबीर ने 5 दिन के लिए सभी कार्यक्रम टाल दिए हैं। सुखबीर ने कहा कि इन 5 दिनों में किसान नेता जहां चाहें, उन्हें बुलाकर सवाल कर सकते हैं। उनकी पूरी लीडरशिप आने को तैयार है। उसके बाद वो फिर से कार्यक्रम शुरू करेंगे।
[ad_2]
Source link