किसानों का विरोध, 1 घंटा गाड़ी में बैठे रहे सुखबीर: पैदल ही मत्तेवाड़ा रैली में पहुंचे तो बोले- पिता ने पूरी जिंदगी किसानों में बिताई, ट्यूबवेल पर फ्री बिजली और ट्रैक्टर पर टैक्स माफ हमारी देन

किसानों का विरोध, 1 घंटा गाड़ी में बैठे रहे सुखबीर: पैदल ही मत्तेवाड़ा रैली में पहुंचे तो बोले- पिता ने पूरी जिंदगी किसानों में बिताई, ट्यूबवेल पर फ्री बिजली और ट्रैक्टर पर टैक्स माफ हमारी देन

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लुधियाना6 घंटे पहले

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किसानों का विरोध, 1 घंटा गाड़ी में बैठे रहे सुखबीर: पैदल ही मत्तेवाड़ा रैली में पहुंचे तो बोले- पिता ने पूरी जिंदगी किसानों में बिताई, ट्यूबवेल पर फ्री बिजली और ट्रैक्टर पर टैक्स माफ हमारी देन

मत्तेवाड़ा रैली के दौरान सुखबीर बादल।

साहनेवाल विधानसभा क्षेत्र के मत्तेवाड़ा पहुंचे सुखबीर सिंह बादल को किसानों के सख्त विरोध का सामना करना पड़ा है। किसान मत्तेवाड़ा रैली स्थल से कुछ ही दूरी पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। दोपहर के समय जैसे ही सुखबीर रैली स्थल के नजदीक पहुंचे, तो किसानों ने उनका घेराव किया और बड़े स्तर पर नारेबाजी की गई। किसानों के विरोध के कारण सुखबीर सिंह बादल को एक घंटे तक कार में ही बैठे रहना पड़ा। सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और हल्के लाठी बल का इस्तेमाल कर किसानों को वहां से हटाया। इसके बाद सुखबीर सिंह बादल को पैदल रैली स्थल तक पहुंचना पड़ा। इससे उनका कार्यक्रम करीबन 3 घंटे देरी से हुआ है।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और शिरोमणी अकाली दल बादल के कार्यकर्ताओं को लंबे समय तक उनका इंतजार करना पड़ा है। जैसे ही रैली शुरू हुई, किसान वहां भी पहुंच गए और पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की गई। पुलिस ने हलका बल इस्तेमाल कर उन्हें वहां से हटाया। इस दौरान सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उन्हें किसान यूनियन वाले पूछते हैं कि उनकी पार्टी ने किसानों के लिए क्या किया है। मगर वह बताना चाहते हैं कि किसानों के ट्रैक्टर पर टैक्स उनकी पार्टी ने माफ करवाया है, ट्यूबवेल पर फ्री बिजली उनकी ओर से दी गई है और गांवों में मंडी व्यवस्था भी उनकी पार्टी ने ही दी है। उनके पिता ने पूरी जिंदगी पंजाब में किसानों के साथ ही गुजारी है। उन्होंने यह भी कहा कि सौगंध नहीं खा रहे हैं, मगर जो कह रहे हैं करके दिखाएंगे।

मत्तेवाड़ा रैली में मौजूद लोग।

मत्तेवाड़ा रैली में मौजूद लोग।

किसानों ने रैली में शामिल होने जा रहे लोगों को भी लौटाया
किसानों की तरफ से रैली में जा रहे वर्करों को भी वापस लौटा दिया था। इसी लिए मत्तेवाड़ा की जन सभा में जा रहे अकाली वर्करों की गाडियों को रोका गया। वह उन्हें जनसभा में जाने के लिए लाहनतें दे रहे थे। रैली में जा रहे लोगों को कहा जा रहा है कि दिल्ली के बार्डरों पर संघर्ष कर रहे 600 किसान शहीद हो चुके हैं। उन्हें यह बातें याद रखनी चाहिएं। किसान नेता गुरमुख सिंह का कहना था कि शिरोमणी अकाली दल बादल हमेशा से धर्म और किसानी पर राजनीति करती आ रही है। इसीलिए विरोध किया जा रहा है।

सुखबीर बादल का विरोध करते किसान संगठन

सुखबीर बादल का विरोध करते किसान संगठन

एक समारोह शहर में तो बाकी ग्रामीण क्षेत्रों में
सुखबीर सिंह बादल का एक समारोह शहर में है तो बाकी सभी समारोह ग्रामीण क्षेत्रों में रखे गए हैं। उनका स्वागत कटाना साहिब के पास किया जाएगा। यहां से एक मोटरसाइकिल रैली अनाज मंडी मत्तेवाड़ा तक होगी, यहां अनाज मंडी वह जन सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद गांव बूथगढ़, मीटिंग मेन बाजाद साहनेवाल, सनराइज पैलेस जंडियाली, वीर पैलेस में पब्लिक मीटिंग,पब्लिक मीटिंग मुंडियां कलां और अंत में पब्लिक मीटिंग महाराजा रीजेंसी आर्ती सिनेमा चौक में करेंगे।

लगातार हो रहा है सुखबीर बादल का विरोध
बता दें कि सुखबीर सिंह बादल एक सप्ताह से प्रदेश के अलग-अलग विधान सभा क्षेत्रों में जा रहे हैं। इस दौरान उनका विरोध लगातार हो रहा है। किसान जगह जगह पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और नारेबाजी की जा रही है। अकाली दल का आरोप है कि कांग्रेसी ही अपने वर्करों से सुखबीर सिंह बादल का विरोध करवा रहे हैं।

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