अफगानिस्तान से संक्रमण भी आया: काबुल से भारत आए 78 लोगों में से 16 कोरोना पॉजिटिव, सभी 78 को क्वारैंटाइन किया गया

अफगानिस्तान से संक्रमण भी आया: काबुल से भारत आए 78 लोगों में से 16 कोरोना पॉजिटिव, सभी 78 को क्वारैंटाइन किया गया

[ad_1]

  • Hindi News
  • National
  • Afghanistan Kabul Airport Update; 16 Indian Test Positive For Covid 19, Union Minister Hardeep Puri

नई दिल्ली21 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
अफगानिस्तान से संक्रमण भी आया: काबुल से भारत आए 78 लोगों में से 16 कोरोना पॉजिटिव, सभी 78 को क्वारैंटाइन किया गया

अफगानिस्तान से मंगलवार को रेस्क्यू कर भारत लाए गए 78 लोगों में से 16 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। एहतियातन सभी 78 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। सभी 16 लोग एसिम्प्टोमैटिक हैं, यानी उनमें वायरस के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। इन 16 लोगों में वे 3 सिख भी शामिल हैं, जो काबुल से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की 3 प्रतियां सिर पर उठाकर लाए थे।

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दिल्ली एयरपोर्ट पर इन प्रतियों को लिया था और एक प्रति को अपने सिर पर रखकर चले थे। अब तक अफगानिस्तान से 626 लोगों को भारत लाया गया है, जिसमें 77 अफगानी सिख और 228 भारतीय हैं। इन भारतीयों में अफगानिस्तान की एम्बेसी में काम करने वाले लोग शामिल नहीं हैं।

अफगानिस्तान में अब कैसे हैं हालात, लाइव अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें

रेस्क्यू मिशन को नाम मिला ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’
केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि जो भी अफगानी नागरिक वहां के हालातों से परेशान होकर भारत आना चाहेगा, वह इसे लिए आवेदन कर सकता है। सरकार ने यह भी कहा था कि इस प्रक्रिया में हिंदू और सिखों को प्राथमिकता दी जाएगी। मंगलवार को रेस्क्यू मिशन को ऑपरेशन देवी शक्ति नाम दिया गया था। तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा कर लिया था और 16 अगस्त से भारत सरकार ने रेस्क्यू मिशन शुरू कर दिया था।

जर्मनी में पिज्जा डिलीवर कर रहे हैं अफगानी IT मिनिस्टर

अफगानिस्तान के पूर्व IT मंत्री सैयद अहमद शाह सआदत जर्मनी में पिज्जा बेच रहे हैं। पिज्जा कंपनी की यूनिफॉर्म पहने हुए वह जर्मन शहर लीपजिग में साइकिल पर घूमकर पिज्जा डिलीवरी कर रहे हैं। तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने से पहले ही वह देश छोड़कर जर्मनी चले गए थे। उन्होंने IT मंत्री रहते अफगानिस्तान में सेल फोन नेटवर्क को बढ़ावा दिया था।

अफगानिस्तान की पहली महिला मेयर का दर्द- तालिबान ने मेरे पिता को मारा
जरीफा गफारी अफगानिस्तान की पहली महिला मेयर हैं। गफारी काबुल के पश्चिम में स्थित मैदान शहर की मेयर रह चुकी हैं। अब वे जर्मनी में रह रही हैं और शरण देने के लिए जर्मन सरकार और वहां के लोगों की शुक्रगुजार हैं। जरीफा कहती हैं- तालिबान मुझे खोजते हुए घर आए। मेरे पिता को मारा जा चुका था। हमारे हाउस गार्ड को पीटा गया। अब मैं इस तालिबान की सच्चाई दुनिया को बताना चाहती हूं। न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में जरीफा ने कई बातों का खुलासा किया है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *