पंजाब में कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ बगावत: CM को हटाने की मांग को लेकर महासचिव प्रगट सिंह के साथ 4 मंत्री दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलेंगे, बोले- कैप्टन वादे पूरे नहीं कर सकते

पंजाब में कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ बगावत: CM को हटाने की मांग को लेकर महासचिव प्रगट सिंह के साथ 4 मंत्री दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलेंगे, बोले- कैप्टन वादे पूरे नहीं कर सकते

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जालंधर3 मिनट पहले

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पंजाब में कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ बगावत: CM को हटाने की मांग को लेकर महासचिव प्रगट सिंह के साथ 4 मंत्री दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलेंगे, बोले- कैप्टन वादे पूरे नहीं कर सकते

कैप्टन अमरिंदर सिंह।

पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत हो गई है। मंगलवार को वरिष्ठ मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के घर बैठक के बाद कैप्टन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने की मांग उठा दी गई है। अब असंतुष्ट विधायकों का पक्ष लेकर पंजाब कांग्रेस के महासचिव प्रगट सिंह के साथ 4 मंत्री दिल्ली जाएंगे। इनमें तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया व चरणजीत सिंह चन्नी शामिल हैं। अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसको लेकर उन्होंने कुछ नहीं कहा लेकिन अब पूरे इशारे नवजोत सिद्धू की तरफ हो गए हैं। इस बैठक में करीब 28 विधायक शामिल हुए हैं।

बैठक के बाद मंत्री चन्नी, रंधावा व बाजवा ने कहा कि पंजाब के कांग्रेसी लीडर, वर्कर व हर पंजाबी इस बात को लेकर चिंतित है कि कांग्रेस के चुनावी वायदे पूरे नहीं हुए। बरगाड़ी कांड, नशे के सौदागरों को पकड़ना, बिजली समझौते के मसले, बस , केबल नेटवर्क, रेत, दलित मुद्दों पर कार्रवाई नहीं हो रही। यह कैसे हो सकता है कि पंजाब की इंटेलिजेंस को पता न हो कि सैनी घर पर है या नहीं।

कांग्रेसी विधायक दिल्ली गए तो सुखबीर बादल व प्रकाश सिंह बादल को पूछताछ के लिए बुला लिया गया और वापस आने के बाद सब ठप हो गया। इस बारे में विधायकों ने 5 लोगों को अधिकार दिए हैं कि वो हाईकमान से मिलकर इसके बारे में बताएंगे। इस मुख्यमंत्री से मुद्दे हल नहीं होंगे, सीएम चेहरा कौन होगा, इसे हाईकमान ने देखना है। उन्हें न मंत्री पद का लालच है न ही इसके जाने का डर। दिल्ली जाकर पूरी बात बताएंगे।

माली को चुप न करा सिद्धू ने दिए संकेत

कैप्टन के खिलाफ बगावत की तैयारी सोमवार को ही हो गई थी। नवजोत सिद्धू से मिलने के बाद उनके सलाहकार मालविंदर माली ने कैप्टन पर व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए। इससे साफ हो गया है कि नवजोत सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ खुली जंग का ऐलान कर दिया है। ऐसा न होता तो माली की बयानबाजी पर सिद्धू जरूर रोक लगाते। इस बारे में कैप्टन ने भी सिद्धू को अपने सलाहकारों पर अंकुश लगाने को कहा था। इस पूरे मामले से अब यह माना जा रहा है कि पंजाब कांग्रेस पूरी तरह दोफाड़ हो चुकी है। पंजाब कांग्रेस में मची कलह का ठीकरा कैप्टन के सिर पर फोड़ने की तैयारी की जा रही है।

18 सूत्रीय फॉर्मूला बनेगा आधार

यह भी माना जा रहा है कि हाईकमान के 18 सूत्रीय फार्मूले के अलावा सिद्धू की तरफ से दी गई 5 मांगों पर कैप्टन सरकार की कार्रवाई से भी सिद्धू खेमा नाखुश है। सिद्धू अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं, हालांकि कैप्टन सरकार की तरफ से ऐसी कोई कार्रवाई सामने नहीं आ रही।

केबिनेट बदलाव भी बड़ा कारण, भांजे को SSP से हटा संकेत दे चुके कैप्टन

कैप्टन के खिलाफ बगावत की अगुवाई मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा कर रहे हैं। कैप्टन ने जल्द ही पंजाब कैबिनेट में बदलाव करना है। माना जा रहा है कि इसमें बाजवा को भी मंत्री पद से हटाने की तैयारी है। बाजवा ने सिद्धू को प्रधान बनाने में पूरी मदद की थी। बाजवा के खिलाफ कैप्टन के सख्त तेवर तब सामने आए थे, जब उन्होंने बाजवा के भांजे PPS अफसर नवजोत माहल को होशियारपुर के SSP से हटाकर रिजर्व बटालियन में लगा दिया।

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