आज का इतिहास: जब पहली बार लंदन से वॉशिंगटन भेजा गया टेलीग्राफ मैसेज, अमेरिकी राष्ट्रपति को ब्रिटेन की रानी का संदेश मिलने में लगे थे 18 घंटे

आज का इतिहास: जब पहली बार लंदन से वॉशिंगटन भेजा गया टेलीग्राफ मैसेज, अमेरिकी राष्ट्रपति को ब्रिटेन की रानी का संदेश मिलने में लगे थे 18 घंटे

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9 मिनट पहले

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आज का इतिहास: जब पहली बार लंदन से वॉशिंगटन भेजा गया टेलीग्राफ मैसेज, अमेरिकी राष्ट्रपति को ब्रिटेन की रानी का संदेश मिलने में लगे थे 18 घंटे

आज हम दुनिया के किसी भी कोने में बैठे इंसान से पलक झपकते ही वीडियो कॉल कर बात कर सकते हैं, लेकिन दशकों पहले दूर बैठे किसी इंसान से बात करना इतना आसान नहीं था। 16 अगस्त 1858 को क्वीन विक्टोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति को टेलीग्राफ मैसेज भेजा था। लंदन से वॉशिंगटन पहुंचने में इस मैसेज को 18 घंटे का वक्त लगा, जबकि ये उस समय की सबसे तेज तकनीक थी।

इस मैसेज के रिप्लाय में अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी 143 शब्दों का एक टेलीग्राफ मैसेज भेजा। ये मैसेज 10 घंटों में क्वीन विक्टोरिया को मिला था।

टेलीग्राफ को सैमुअल मोर्स ने बनाया था। 1840 में उन्हें टेलीग्राफ के लिए पेटेंट मिला था। कहा जाता है कि मोर्स को टेलीग्राफ बनाने का आइडिया एक जहाज में यात्रा करने के दौरान आया था। मोर्स ने यात्रियों से फैराडे की इलेक्ट्रोमैग्नेट खोज की बात सुनी थी। उन्होंने इलेक्ट्रोमैग्नेट के बारे में पढ़ा और सोचा कि इसका इस्तेमाल एक जगह से दूसरी जगह मैसेज भेजने में भी किया जा सकता है।

उन्होंने अंग्रेजी के हर अक्षर के लिए छोटी-बड़ी लाइन और डॉट्स का कॉम्बिनेशन बनाया, जिसे मोर्स कोड नाम दिया गया। मैसेज भेजने के लिए हर अक्षर के अलग-अलग खांचे बनाए गए। एक-एक अक्षर को जमाकर शब्द बनाया जाता और इसी तरह पूरा मैसेज लिखा जाता था।

टेलीग्राफ बनाने वाले सैमुअल मोर्स।

टेलीग्राफ बनाने वाले सैमुअल मोर्स।

इन खांचों के ऊपर से एक पतली इलेक्ट्रिक प्लेट को गुजारा जाता, जो खांचों के आकार के हिसाब से इलेक्ट्रिक सर्किट को बंद चालू कर देती। जब सर्किट चालू होता तो रिसीवर एंड पर लाइन और डॉट बनने लगते। इसी तरह एक-एक अक्षर लाइन और डॉट्स के जरिए एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता।

आज ही के दिन 1858 में क्वीन विक्टोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति जेम्स बुकानन को टेलीग्राफ से एक मैसेज भेजा। सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर महारानी ने मैसेज भेजा। 99 शब्दों के इस मैसेज में 509 अक्षर थे। अगले दिन शाम साढ़े चार बजे मैसेज बुकानन के पास पहुंचा। मैसेज को पहुंचने में लगभग 18 घंटे लगे यानी 2 मिनट में 1 अक्षर भेजा गया। ये अटलांटिक महासागर के पार भेजा गया पहला आधिकारिक टेलीग्राफ मैसेज भी था।

2018: अटल बिहारी वाजपेयी का निधन

आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है। 2018 में आज ही के दिन दिल्ली एम्स में उन्होंने आखिरी सांस ली थी। 25 दिसंबर 1924 को जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी देश के एकमात्र ऐसे राजनेता थे, जो चार राज्यों की छह लोकसभा सीटों से जीतकर संसद पहुंचे थे।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ और बलरामपुर, गुजरात के गांधीनगर, मध्यप्रदेश के ग्वालियर और विदिशा और दिल्ली की नई दिल्ली सीट से जीतकर संसद पहुंचने वाले वे इकलौते नेता हैं। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अटल ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा। जनसंघ में भी उनकी अहम भूमिका रही। 1957 में पहली बार बलरामपुर से जीतकर वे संसद पहुंचे।

2015 में वाजपेयी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

2015 में वाजपेयी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

इमरजेंसी के बाद कांग्रेस की हार हुई और मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने। उन्होंने वाजपेयी को विदेश मंत्री बनाया। इसी दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिन्दी में संबोधित किया। ऐसा करने वाले वे पहले नेता थे। अटल को 13 दिनों के प्रधानमंत्री के तौर पर भी याद किया जाता है।

1996 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 161 सीटें जीतकर देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। दूसरी पार्टियों से गठबंधन कर भाजपा सत्ता में आई और अटल पहली बार देश के प्रधानमंत्री बने। हालांकि, उनकी सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाई और 13 दिन में ही गिर गई। भारत के इतिहास में अब तक किसी भी प्रधानमंत्री का ये सबसे छोटा कार्यकाल है।

1930: दुनिया का पहला बोलता हुआ कलर कार्टून रिलीज हुआ

16 अगस्त 1930 को उब इवर्क्स ने कार्टून ‘फिडलस्टिक्स’ को रिलीज किया था। ये दुनिया का पहला ऐसा कार्टून था, जो कलर था और जिसमें सिंक्रोनाइज्ड साउंड का इस्तेमाल किया गया था।

उब इवर्क्स फेमस कार्टून कैरेक्टर मिकी माउस को बनाने वाली टीम का हिस्सा थे।

उब इवर्क्स फेमस कार्टून कैरेक्टर मिकी माउस को बनाने वाली टीम का हिस्सा थे।

6 मिनट की इस शॉर्ट कार्टून फिल्म को ‘फ्लिप द फ्रॉग – फिडलस्टिक्स’ नाम दिया गया था। इसे बनाने वाले उब इवर्क्स वॉल्ट डिज्नी के साथ काम कर चुके थे। साल 1930 में ही उन्होंने डिज्नी से अलग होकर इवर्क्स स्टूडियो नाम से अपना खुद का एनिमेशन स्टूडियो शुरू किया था। फिडलस्टिक्स इस स्टूडियो का पहला प्रोडक्शन था। डिज्नी के साथ काम करने के दौरान ही इवर्क्स कार्टून कैरेक्टर फ्रॉग को डिजाइन कर चुके थे।

हालांकि, इवर्क्स का स्टूडियो चल नहीं पाया। 1940 में अपना स्टूडियो बंद कर इवर्क्स फिर डिज्नी में लौट आए।

16 अगस्त के दिन को इतिहास में और किन-किन महत्वपूर्ण घटनाओं की वजह से याद किया जाता है…

2018: केरल में बाढ़ से 106 लोग मारे गए। डेढ़ लाख से ज्यादा लोग बेघर हुए।

2012: विकिलीक्स के फाउंडर जूलियन असांज को इक्वाडोर ने राजनीतिक शरण दी।

2008: बीजिंग ओलिंपिक में जमैका के धावक उसेन बोल्ट ने 100 मीटर रेस को 9.69 सेकेंड में पूरा कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।

1997: पाकिस्तानी गायक नुसरत फतेह अली खान का निधन हुआ।

1904: हिन्दी की प्रसिद्ध कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म हुआ।

खबरें और भी हैं…

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