लाहौल-स्पीति के नालड़ा और जशरथ के बीच भारी लैंडस्लाइड: चंद्रभागा नदी का प्रवाह रुकने से 4 घर डूबे, 8 गांवों पर मंडराया खतरा; लोगों को ऊंची जगहों पर पहुंचाया गया

लाहौल-स्पीति के नालड़ा और जशरथ के बीच भारी लैंडस्लाइड: चंद्रभागा नदी का प्रवाह रुकने से 4 घर डूबे, 8 गांवों पर मंडराया खतरा; लोगों को ऊंची जगहों पर पहुंचाया गया

[ad_1]

शिमला33 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
लाहौल-स्पीति के नालड़ा और जशरथ के बीच भारी लैंडस्लाइड: चंद्रभागा नदी का प्रवाह रुकने से 4 घर डूबे, 8 गांवों पर मंडराया खतरा; लोगों को ऊंची जगहों पर पहुंचाया गया

चंद्रभागा नदी का प्रवाह रुकने से पानी में डूबे घर।

हिमाचल के जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति के नालड़ा और जशरथ के बीच भारी लैंडस्लाइड से चंद्रभागा नदी का प्रवाह रुक गया है। सुबह 10 बजे के करीब हुई इस घटना के बाद तडग गांव डूब गया है। यहां पर 4 घर हैं। इनमें से दो घर पूरी तरह से डूब गए हैं जबकि अन्य घरों में भी पानी पहुंच रहा है। यहां के लोगों को रेस्क्यू किया गया है और उन्हें ऊंची जगह पर पहुंचा दिया गया है। नदी का प्रवाह रुकने से साथ लगते जशरथ गांव को भी खतरा पैदा हुआ हो गया है। यहां के लोगों को भी ऊंची जगहों पर पहुंचाया जा रहा है।

जशरथ गांव के सुदर्शन जासपा का कहना है कि यहां पर जितना ज्यादा पानी खड़ा होता जाएगा, यहां से कुछ दूरी पर आगे पड़ते उदयपुर गांव को उतना ही खतरा होता जाएगा। जशरथ गांव के ग्रामीणों के खेत पानी में डूब गए हैं। यहां पर किसानों द्वारा गोभी, मटर, आलू लगाए गए हैं। तडग गांव के लोगों ने फोन कर घटना की सूचना दी, जिसके बाद आसपास के लोगों ने उन्हें वहां से निकाला गया।

जशरथ गांव को भी पैदा हुआ खतरा

चंद्रभागा नदी का पानी रुकने से साथ लगने वाले जशरथ गांव को भी खतरा पैदा हो गया है। अगर समय रहते पानी का बहाव नहीं खुला तो गांव पूरा डूब जाएगा। इस गांव में 18 घर हैं। गांव की आबादी 200 के करीब हैं। पुरुष अभी यहीं पर डटे हुए हैं, जबकि महिलाओं और बच्चों को पुल क्रॉस कर जालमा की तरफ पहुंचा दिया है ताकि वह सुरक्षित रहें।

प्रवाह टूटने पर 6 गांव को भी बना खतरा

नदी में गिरे मलबे से झील बनी नदी का प्रवाह टूटने के बाद इसके रास्ते में पड़ने वाले गांव डेला, मुरीन, चिरोड़, कुकुमसेरी और उदयपुर को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा पानी की जद में ज्यादातर पुल आएंगे। इससे लगभग हजार के करीब आबादी प्रभावित होगी।

2 गांव के लिए ज्यादा हुआ खतरा

चंद्रभागा नदी का अगर प्रवाह एक साथ टूटता है तो नदी किनारे बने 2 गांव पूरी तरह से जद में आ जाएंगे। इसमें उदयपुर के पास लगने वाले लोबर और मडग्रा है। यह दोनों गांव नदी के किनारे बसे हुए हैं और इनकी आबादी भी 150 के करीब है। जिला परिषद सदस्य सुदर्शन जसपा का कहना है कि अभी स्थिति खतरनाक बनी हुई है। पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। अगर समय रहते इसके बहाव को नहीं खोला गया तो तबाही निश्चित है। प्रशासन की ओर से अभी वहां पर 2 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *