दीदी के दिल्ली दौरे का चौथा दिन: ममता आज नितिन गडकरी से मुलाकात करेंगी, कल सोनिया और राहुल गांधी से मिली थीं
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- Mamata Banerjee । Nitin Gadkari । Sharad Pawar । TMC । West Bengal
नई दिल्ली13 मिनट पहले
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC चीफ ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे का आज चौथा दिन है। आज वे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से 2 बजे मुलाका करेंगी। इसके बाद वे NCP चीफ शरद पवार से भी मुलाकात करेंगी। इससे पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिल चुकी हैं।
ममता कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास 10 जनपथ पहुंचीं थीं। इसके बाद ममता ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे चाय पर बुलाया था, राहुल जी भी वहां मौजूद थे। हमने राजनीतिक परिस्थितियों, पेगासस और कोरोना की स्थिति और विपक्ष की एकता पर चर्चा की थी। यह अच्छी मुलाकात थी। मुझे लगता है कि भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। पूरी खबर पढ़ें…
दीदी की मुलाकातों के मायने
- ममता की इन मुलाकातों को मिशन 2024 से जोड़ा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक इसका मकसद PM मोदी और भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट कर उन्हें कड़ी टक्कर देना है।
- इसके लिए दीदी ‘बंगाल मॉडल’ को ही तवज्जो देने वाली हैं। वे विपक्षी एकजुटता के जरिए 375 सीटों पर भाजपा को सीधी चुनौती देने की तैयारी में हैं। इनमें से 200 सीटों पर कांग्रेस को वॉकओवर का प्रस्ताव दे सकती हैं।
- सूत्रों के मुताबिक, ममता का ‘मिशन दिल्ली’ 2024 में भाजपा को सत्ता से हटाना है। इसके लिए सोनिया-पवार-ममता देशभर में भाजपा के खिलाफ एकजुटता का संदेश देंगे।
उत्तर प्रदेश से होगी अभियान की शुरुआत
दीदी अपने अभियान की शुरुआत उत्तर प्रदेश से कर सकती है। मकसद 2022 में होने जा रहे 7 राज्यों के चुनाव में भाजपा को मात देना है। ममता यह भी साफ करने आई हैं कि उनका इरादा PM की कुर्सी नहीं है। इस अभियान में कांग्रेस केंद्रीय भूमिका में होगी। पिछले दिनों ममता के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोनिया, राहुल से मिलकर इसी मॉडल पर बात की थी।
ममता ने बुधवार को दिल्ली के 7 महादेव रोड पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने विपक्षी पार्टियों, खासतौर से कांग्रेस के लिए कहा कि सबको मिलकर काम करना होगा। इस दौरान ममता ने मीडिया कार्ड भी खेला और कहा- अगली बार हम सबसे मिलेंगे। यहां पर राष्ट्रीय मीडिया को सवाल पूछने को मिलना चाहिए, क्योंकि बंगाल की मीडिया से तो बातचीत होती ही रहती है। पूरी खबर पढ़ें…
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