लुधियाना में बाप-बेटा पौने 2 किलो हेरोइन के साथ काबू: पहले ऑटो चलाता था, फिर जुआ खिलाने लग गया; अब 20 साल से नशे का कारोबार कर रहा है मुख्य आरोपी
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लुधियानाएक घंटा पहले
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पंजाब पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की गिरफ्त में हेरोइन तस्कर बाप-बेटा।
लुधियाना में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बाप-बेटे को पौने दो किलो हेरोइन के साथ काबू किया है। इनके पास से 1 किलो 700 ग्राम हैरोइन बरामद हुई है, जिसे वो स्विफट कार में सप्लाई देने जा रहे थे। दोनों लंबे समय से नशे की तस्करी कर रहे थे। दोनों की शिनाख्त सतीश कुमार निवासी बीआरएस नगर ओर सूरज कुमार के तौर पर हुई है। पिता सतीश कुमार नशे का धंधा पिछले बीस साल से कर रहा है और बेटा नशेड़ी होने के कारण उसका साथ देने लगा था। दोनों के खिलाफ एसटीएफ के मोहाली स्थित थाने में आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
55 साल का सतीश कुमार बेहद गरीब परिवार ने पैदा हुआ था। वह आटो चलाया करता था ओर इसके बाद जुआ और सटाइगर खिलाने लगा। पुलिस ने पकड़कर जेल में बंद किया तो वहां तस्करों के संपर्क में आ गया। इसके बाद हत्या, धोखाधड़ी और चोरी आदि की वारदातों में नाम आया। जब भी पकड़ा गया तो नशे की दुनियां के और गुर सीख बाहर निकला। अब इसका बेटा नशे करने लगा और खुद तस्कर बन गया। यही नहीं बेटी भी नशे के मामले में नामजद हो चुकी है। शहर के पॉश एरिया बीआरएस नगर में घर है और तस्करी के लिए स्विफट कार का इस्तेमाल करता था।
मोहल्ले के लोग थे परेशान
सतीश और उसका परिवार पिछले काफी समय से नशा तस्करी कर रहा है। बताया जाता है कि उनके पास से सौ के करीब लोग नशा लेने आते थे और लोग इनसे काफी परेशान थे। अब जब वह पकड़े गए हैँ तो लोगों ने काफी राहत की सांस ली है।
आधा किलो हैरोइन के साथ एक अन्य काबू
एसटीएफ ने इसके साथ ही एक अन्य आरोपी मोहित को आधा के किलो हैरोइन के साथ काबू किया है। वह माडल टाउन के एक इमीग्रेशन सेंटर में मार्कीटिंग करता था। उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। जब वह जेल गया तो वहां पर नशा तस्करों के संपर्क में आया। वह मोटरसाइकल पर सवार होकर नशे की तस्करी करने जा रहा था।
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