भास्कर EXPLAINER: जमीन विवाद में दो राज्यों में खूनी संघर्ष; असम-मिजोरम का झगड़ा 100 साल से भी पुराना है

भास्कर EXPLAINER: जमीन विवाद में दो राज्यों में खूनी संघर्ष; असम-मिजोरम का झगड़ा 100 साल से भी पुराना है

[ad_1]

  • Hindi News
  • National
  • Bloody Conflict Between Two States In Land Dispute; Assam Mizoram Dispute Is More Than 100 Years Old

4 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
भास्कर EXPLAINER: जमीन विवाद में दो राज्यों में खूनी संघर्ष; असम-मिजोरम का झगड़ा 100 साल से भी पुराना है

सोमवार को विवाद के बाद असम-मणिपुर बॉर्डर पर लाठी-पत्थर लिए लोग जमा हो गए थे।

दो राज्यों के विवाद में सोमवार को असम के 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। असम-मिजोरम के बीच सीमा विवाद 100 साल पहले औपनिवेशिक काल से है। तब मिजोरम को असम के लुशाई हिल्स के रूप में जाना जाता था। 1995 के बाद से कई दौर की वार्ता हो चकी है…पर बेनतीजा। जानिए विवाद के बारे में…

असम-मिजोरम के बीच ताजा संघर्ष कैसे शुरू हुआ? मिजोरम का कहना है सोमवार को एक दंपती कछार जिले के रास्ते मिजोरम आ रहे थे, लौटते वक्त उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ हुई। इसके बाद बवाल बढ़ा और नौबत फायरिंग तक पहुंची। वहीं, असम के अनुसार कोलासिब (मिजोरम) के एसपी ने हमें अपनी पोस्ट से तब तक हटने के लिए कहा है, जब तक उनके नागरिक बात नहीं सुनते और हिंसा नहीं रुकती।

असम-मिजोरम के बीच विवाद क्या है? मिजोरम के तीन जिले – आइजोल, कोलासिब और ममित – असम के कछार, करीमगंज और हैलाकांडी जिलों के साथ लगभग 164.6 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं। दोनों राज्यों में सीमा विवाद 100 साल पहले औपनिवेशिक काल से है। तब मिजोरम को असम के लुशाई हिल्स के रूप में जाना जाता था। मिजोरम अलग राज्य बना, पर विवाद नहीं निपटा। 1995 के बाद से विवाद निपटारे की कई दौर की वार्ता हुई, पर हल नहीं निकला। दोनों राज्य अलग-अलग सीमा नियम मानते हैं। मिजोरम बंगाल पूर्वी सीमांत नियम 1873 के तहत 1875 में अधिसूचित 509 वर्ग मील के आरक्षित वन क्षेत्र को सीमा मानता है। वहीं, असम 1933 में तय संवैधानिक नक्शे को मानता है।

कितनी जमीन पर कब्जे के आरोप हैं? असम सरकार ने विधानसभा में बताया कि मिजोरम के लोगों ने बराक घाटी क्षेत्र में असम के तीन जिलों में 1,777.58 हेक्टेयर जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है। इसमें सर्वाधिक 1000 हेक्टेयर जमीन पर हैलाकांदी जिले में, कछार में 400 हेक्टेयर और करीमगंज में 377.58 हेक्टेयर जमीन पर अवैध कब्जा किया गया।

मिजोरम सरकार का दावा क्या है? मिजोरम ने 16 जुलाई को आरोप लगाया कि असम उसकी जमीन पर दावा कर रहा है। इन सीमावर्ती गांवों में 100 साल से ज्यादा समय से मिजो रहे हैं।

विवाद हल करने के लिए क्या कदम उठाए गए? मिजोरम ने असम के साथ सीमा आयोग का गठन किया। इसके अध्यक्ष उपमुख्यमंत्री तवंलुइया और उपाध्यक्ष गृह मंत्री लालचमलियाना है। हाल में दिल्ली के गुजरात भवन में मुख्य सचिव स्तर की वार्ता भी हुई। इसमें यथास्थिति बनाए रखने की बात हुई।

क्या पहले भी एक-दूसरे पर अतिक्रमण के आरोप लगाए? हां, मिजोरम ने 30 जून को असम पर कोलासिब जिले में अतिक्रमण का आरोप लगाया था। वहीं, असम के अफसरों और विधायकों ने मिजोरम पर हैलाकांडी में 10 किमी की दूरी पर संरचनाओं के निर्माण, सुपारी तथा केले के पौधे लगाने के आरोप लगाए।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link

Published By:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *