महाराष्ट्र के 6 से ज्यादा जिलों में बारिश से तबाही: रत्नागिरी का चिपलून शहर बाढ़ में डूबा; सड़कों पर 15 फीट पानी भरा, 6 हजार ट्रेनों में तो 2 लाख से ज्यादा लोग घरों में फंसे

महाराष्ट्र के 6 से ज्यादा जिलों में बारिश से तबाही: रत्नागिरी का चिपलून शहर बाढ़ में डूबा; सड़कों पर 15 फीट पानी भरा, 6 हजार ट्रेनों में तो 2 लाख से ज्यादा लोग घरों में फंसे

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रत्नागिरी/रायगढ़31 मिनट पहले

कोरोना महामारी से उबरने की कोशिश में लगा महाराष्ट्र अब मानसून की दोहरी मार से परेशान है। राज्य के कोंकण क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में कोहराम मचा हुआ है। इसके साथ ही यवतमाल, ठाणे, काेल्हापुर, अकोला और मुंबई में भी बारिश से भारी नुकसान हुआ है।

बारिश का सबसे ज्यादा नुकसान रत्नागिरी जिले में देख गया है। यहां नदियों और डेम के ओवफ्लो होने के कारण चिपलून शहर बाढ़ के पानी में डूब गया है। यहां शहर और गलियों में 15 से 20 फीट तक पानी भर गया है। रेलवे ट्रैक से लेकर बस स्टैंड, घरों और सड़कों में पानी लबालब भरा हुआ है।

चिपलून शहर में 10 से 15 फीट तक पानी भर गया था।

चिपलून शहर में 10 से 15 फीट तक पानी भर गया था।

चिपलून बस स्टैंड में खड़ी बसों का सिर्फ ऊपरी हिस्सा दिख रहा है। घरों का सामान पानी में तैर रहा है। सड़कों पर खड़ी कारें जल समाधि ले चुकी हैं। वहीं, इस रूट से गुजरने वाली ट्रेनों में भी 6 हजार से ज्यादा लोग पानी में फंसे हुए हैं। वहीं करीब 2 लाख से ज्यादा लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं।

रत्नगिरी और रायगढ़ में पानी भरने से जहां मुंबई-गोवा हाइवे बंद हो गया तो इगतपुरी के कसारा घाट में भारी बारिश से कहीं चट्टानें खिसकी तो कहीं रेल की पटरी बह गई। नतीजा मध्य रेलवे पर टिटवाला से इगतपुरी तक और अंबरनाथ से लोनावाला तक घंटों रेल यातायात बंद रहा।

चिपलून बस स्टैंड पर 15 फिट तक पानी भर गया। यहां खड़ी बसों का सिर्फ ऊपरी हिस्सा दिख रहा था।

चिपलून बस स्टैंड पर 15 फिट तक पानी भर गया। यहां खड़ी बसों का सिर्फ ऊपरी हिस्सा दिख रहा था।

स्थानीय बाजार और बस स्टैंड भी डूबा
चिपलून में स्थानीय बाजार, बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन सभी डूबे हुए हैं। खेड़ और महाड़ में भी स्थिति गंभीर है जहां बचाव कार्य जारी है। खेड़ में जगबुड़ी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। आसपास के इलाकों में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है।

सड़कों पर खड़ी कारें पूरी तरह डूब गईं।

सड़कों पर खड़ी कारें पूरी तरह डूब गईं।

कोंकण रेलवे रूट पर लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रोका गया
कोंकण रेलवे रूट पर लंबी दूरी की कई ट्रेनों को रोक दिया गया है। इनमें कइयों को रद्द कर दिया गया है या उनके समय में बदलाव किया गया है। रेल अधिकारियों के अनुसार, कोंकण रेलवे मार्ग पर विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों में लगभग 6,000 यात्री फंसे हुए थे। बारिश की मार से चिपलून से रत्नागिरी जिले के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। ऐसे में सुरक्षा के कारण इन्हें रोका गया है।

मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि मुंबई में भारी बारिश के कारण 33 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया है। 51 को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। वहीं 48 को रद्द किया गया है। 14 ट्रेनों के रूटिंग में कमी की गई है।

रत्नागिरी से गोवा जाने वाली रेल ट्रैक बाढ़ के पानी से डूब गई।

रत्नागिरी से गोवा जाने वाली रेल ट्रैक बाढ़ के पानी से डूब गई।

यवतमाल, भिवाड़ी और डोंबिवली पश्चिम में असर
यवतमाल जिले में तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद सहत्रकुंड जलप्रपात का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। ठाणे के भिवाड़ी में भी पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के बाद भीषण जलजमाव देखा गया। मुंबई के पास डोंबिवली पश्चिम में कई झुग्गियां भी बाढ़ के कारण नष्ट हो गई हैं। स्थानीय लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए नाव का इस्तेमाल करते देखा गया। मुंबई के कई हिस्सों में कल देर रात से बारिश होने के कारण कई जगहों पर भारी जलजमाव हो गया है।

शहर में हर जगह जल जमाव था।

शहर में हर जगह जल जमाव था।

मुंबई-गोवा राजमार्ग भी बंद किया गया
मुंबई से करीब 240 किलोमीटर दूर चिपलून राज्य का सबसे प्रभावित शहर है। यहां बचाव अभियान जारी है। फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू टीम सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। शहर में भीषण बाढ़ के कारण मुंबई-गोवा राजमार्ग भी बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कल देर रात वाशिष्ठी नदी के साथ-साथ एक बांध कल रात बह गया, जिसके बाद पानी शहर की ओर बढ़ने लगा।

शहरों में पानी दुकान और घरों के दरवाजे तक डुबोए था।

शहरों में पानी दुकान और घरों के दरवाजे तक डुबोए था।

अकोला में 2 हजार घर डूबे
अकोला में महज तीन से चार घंटा बारिश ने जिले के लगभग सभी नदी नालों को लबालब भर दिया है। करीब 2000 घरों डूब गए। अकोला के फुलेश्वर, शास्त्री नगर और नूतन नगर में 4 से 5 फीट तक पानी लोगों के घर में घुस आया। गनीमत है कि जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। ग्रामीण इलाकों में किसानों की खड़ी फसल बर्बाद हो गई है।

पानी की वजह से घरों का छज्जे दिख रहे थे।

पानी की वजह से घरों का छज्जे दिख रहे थे।

मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू तेज करने का दिया निर्देश
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सबसे अधिक प्रभावित तटीय जिलों रत्नागिरी और रायगढ़ में स्थिति की समीक्षा की। ठाकरे ने अधिकारियों से सतर्क रहने और उफनती नदियों के स्तर की निगरानी करने और निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर निकालने के लिए कहा है। उन्होंने स्थानीय लोगों से सभी आवश्यक सावधानी बरतने का भी आग्रह किया।

शहरों की गलियों में तेज धार के साथ पानी बह रही थी।

शहरों की गलियों में तेज धार के साथ पानी बह रही थी।

23 जुलाई को भी हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार 22 जुलाई की तरह 23 जुलाई को भी कोंकण और गोवा में कई जगहों पर अति से अत्याधिक बरसात हो सकती है, इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, में भारी से बहुत भारी और पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और तटीय आंतरिक कर्नाटक में भारी बरसात का अनुमान है।

गलियों की छोटी से बड़ी दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा है।

गलियों की छोटी से बड़ी दुकानों को काफी नुकसान पहुंचा है।

24 और 25 को भी नहीं थमेगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार 24 जुलाई को गुजरात क्षेत्र, कोंकण और गोवा में भारी से बहुत भारी और पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिसा, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना तथा तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में कुछेक जगहों पर भारी बरसात की चेतावनी है।

घरों में पानी घुसने से सामान भी तैरने लगे।

घरों में पानी घुसने से सामान भी तैरने लगे।

25 जुलाई को भी कोंकण और गोवा में भारी से बहुत भारी बरसात हो सकती है। उत्तराखंड, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, तटीय आंद्र प्रदेश तथा तटीय आंतरिक कर्नाटक में भी भारी बररसात की चेतावनी जारी की गई है।

कई इलाकों में पानी का स्तर दूसरे माले तक पहुंच गया था।

कई इलाकों में पानी का स्तर दूसरे माले तक पहुंच गया था।

SDRF के साथ NDRF की 9 टीमें रेस्क्यू में लगीं
इस भयावह स्थिति के बीच राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्टेट डिजास्टर रीलीफ फोर्स (SDRF) टीम को रेस्क्यू में लगाया है। वहीं NDRF की टीमें भी राज्य के बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव के काम में लगी हुई हैं। 35 अधिकारियों की एक टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है। NDRF की 9 टीम में मुंबई में 4 और ठाणे और पालघर जिलों में एक-एक शामिल है। एक टीम चिपलून में है। दो टीमों को कोल्हापुर भी भेजा गया है।

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