वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार पर बढ़ी चिंता, सरकार की चेतावनी- ठीक होना है या चाहिए मौत
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कोरोना वैक्सीनेशन के बाद भी संक्रमण दुनिया के कई देशों में कहर बरपा रहा है। इन्हीं देशों में से एक जर्मनी का भी यही हाल है। आम लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर सुस्ताई सरकार की मुश्किलें बढ़ा रही है। स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने सोमवार को चेतावनी दी कि टीकाकरण से ठीक होना है या संक्रमण से मौत चाहिए। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से बड़ी संख्या में टीकाकरण करने की अपील की है।
जर्मनी में इन दिनों कोरोना का डेल्टा संक्रमण कहर बरपा रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश पिछले 24 घंटों में 62 लोगों की मौत हो चुकी है। मौत का आंकड़ा बढ़कर एक लाख पार कर गया है। सोमवार को जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने जनता से अधिक से अधिक संख्या में कोरोना टीकाकरण करने की अपील की। उन्होंने हालांकि उम्मीद जताई है कि इस साल के अंत तक बड़ी आबादी टीकाकरण कर लेगी।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, जेन्स स्पैन ने चिंता जाहिर की कि देश में कोरोना के डेल्टा वैरियंट के कई नए केस सामने आए हैं। इस वजह से अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। उन्होंने कहा कि देश में निशुल्क कोरोना टीकाकरण के बावजूद अभी तक सिर्फ 68 फीसदी आबादी को ही टीकाकरण दिया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि महामारी को नियंत्रण में रखने के लिए टीकाकरण बेहद अहम है।
जर्मनी यूरोपीय संघ का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। रॉबर्ट कोच इंस्टीट्यूट स्वास्थ्य एजेंसी के अनुसार सोमवार को देश में 30,643 नए कोरोना संक्रमित केस दर्ज किए गए। इस तरह संक्रमितों की कुल संख्या 53 लाख पार कर गई है। स्पैन ने कहा कि इस वक्त अस्पताल में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ गई है। बता दें कि जर्मनी ने पिछले हफ्ते कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए कई प्रतिबंध लगा दिए थे।
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