वर्ल्ड वार-2 का टैंक बेसमेंट में मिला: जर्मनी में 84 साल के व्यक्ति पर कोर्ट ने लगाया 2.22 करोड़ जुर्माना, बचाव में वकील बोले- टैंक तो कबाड़ समझकर लाया गया
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2 मिनट पहले
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जर्मनी में केल शहर की अदालत और वकील इस बात पर बहस कर रहे हैं कि 84 साल के व्यक्ति के घर में वर्ल्ड वार-2 का टैंक मिलने पर किया क्या जाए। 2015 में इस व्यक्ति के घर के बेसमेंट से पैंथर टैंक, एंटी एयरक्राफ्ट गन और अन्य कई आइटम बरामद किए गए थे। जर्मन प्राइवेसी लॉ के तहत इस व्यक्ति का नाम नहीं जाहिर किया गया है। जर्मन न्यूज एजेंसी डीपीए ने बताया कि इस बुजुर्ग पर 300,000 डॉलर यानी 2.22 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
बुजुर्ग के टैंक को जब्त कर ले जाने के लिए उसे ट्राले पर लादते हुए कर्मचारी।
बुजुर्ग के बचाव में वकील का कहना है कि घर में जो हथियार मिले हैं, उनमें से कोई चलने की स्थिति में ही नहीं हैं। इसके अलावा टैंक को तो कबाड़ समझ कर घर में रखा गया था। ऐसे में जुर्माने की रकम घटा दी जाए। उधर, सरकारी वकील का कहना है कि जब्त किए गए कई हथियार चलने की स्थिति में हैं।
टैंक खरीदने में म्यूजियम की दिलचस्पी
अदालत में अब बहस का मुद्दा ये बन गया है कि क्या इस बुजुर्ग ने जर्मनी का वार वेपंस कंट्रोल एक्ट तोड़ा है या नहीं। यह एक्ट युद्ध के हथियारों के निर्माण, बिक्री और ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगाता है। बचाव पक्ष के वकील ने बताया कि पैंथर टैंक को खरीदने के लिए एक म्यूजियम दिलचस्पी दिखा रहा है। उधर, जर्मनी के कई कलेक्टर भी हैं, जो बाकी आइटम्स भी खरीदना चाहते हैं। इसमें एक राइफल और पिस्टल भी शामिल है।
घर के बेसमेंट से भारी टैंक को बाहर निकालने में 20 जवानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
टैंक को बेसमेंट से निकालने में 9 घंटे लगे
जुलाई 2015 में इस बुजुर्ग के घर जब छापा मारा गया था, तो बेसमेंट में से टैंक निकालने के लिए 20 जवानों को 9 घंटे लग गए थे। स्थानीय प्रशासन को बर्लिन से एक व्यक्ति ने टैंक के बारे में सूचना दी थी। वह व्यक्ति चोरी की गई नाजी आर्ट के लिए इस घर की तलाशी पहले भी ले चुका था। अदालत अब टैंक रखने और जुर्माने के संंबंध में अगले महीने फैसला लेगी।
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