लुधियाना जेल में हुई ब्लास्ट की प्लानिंग: BKU4 और गंगा बैरक में चीता की गगनदीप से मीटिंग, 3 माह में जेल से छूटे लोग राडार पर

लुधियाना जेल में हुई ब्लास्ट की प्लानिंग: BKU4 और गंगा बैरक में चीता की गगनदीप से मीटिंग, 3 माह में जेल से छूटे लोग राडार पर

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लुधियाना26 मिनट पहलेलेखक: दिलबाग दानिश

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लुधियाना जेल में हुई ब्लास्ट की प्लानिंग: BKU4 और गंगा बैरक में चीता की गगनदीप से मीटिंग, 3 माह में जेल से छूटे लोग राडार पर

पंजाब के लुधियाना कोर्ट में ब्लास्ट किया जाना है, इसकी प्लानिंग की शुरुआत सेंट्रल जेल में हुई। लुधियाना सेंट्रल जेल की दो बैरकों- BKU4 और गंगा- में इसे लेकर मीटिंग्स हुईं। इन मीटिंग्स में ही कुख्यात ड्रग तस्कर रणजीत सिंह उर्फ चीता ने गगनदीप सिंह को इस ब्लास्ट के लिए तैयार किया।

पंजाब पुलिस की STF ने हेड कॉन्स्टेबल गगनदीप सिंह को 11 अगस्त 2019 को हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया जिसके बाद उसे पुलिस महकमे ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया। STF ने रिमांड पर लगभग 12 दिन गगनदीप से पूछताछ की और उसके बाद उसे ज्यूडिशियल रिमांड पर लुधियाना सेंट्रल जेल भेज दिया गया। गगनदीप 24 अगस्त 2019 से 8 सितंबर 2021 तक लुधियाना सेंट्रल जेल की BKU4 और गंगा बैरक में बंद रहा।

जेल में ही रणजीत चीता ने बढ़ाई नजदीकी

कुख्यात ड्रग तस्कर रणजीत सिंह उर्फ चीता भी उस समय ड्रग स्मगलर सुखविंदर सिंह के साथ लुधियाना जेल में ही बंद था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, लुधियाना जेल में ही रणजीत सिंह और गगनदीप सिंह जान-पहचान हुई। 54 साल के रणजीत सिंह और 39 साल के सुखविंदर सिंह ने गगनदीप सिंह से नजदीकियां बढ़ानी शुरू कीं।

ड्रग तस्कर रणजीत सिंह उर्फ चीता को जब यकीन हो गया कि गगनदीप सिंह पूरी तरह उसकी बातों में आ चुका है तब उसने उसे बम ब्लास्ट के प्लान के बारे में बताया। रणजीत सिंह और सुखविंदर सिंह ने इसके लिए उसे पूरी मदद उपलब्ध करवाने और ब्लास्ट के बाद मोटी रकम दिलाने का लालच दिया।

साढ़े 3 माह रणजीत के संपर्क में रहा गगनदीप

गगनदीप 8 सितंबर 2021 को जेल से जमानत पर बाहर आ गया मगर पिछले लगभग साढ़े 3 महीने से वह जेल में बैठे रणजीत सिंह उर्फ चीता के संपर्क में बना रहा। लुधियाना बम ब्लास्ट की जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और पंजाब पुलिस शनिवार को रणजीत सिंह उर्फ चीता और सुखजिंदर सिंह को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई और अदालत से उनका 7 दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।

प्लानिंग में और लोग भी शामिल होने का शक

जांच एजेंसियों को शक है कि जेल के अंदर बंद कुछ अन्य लोग भी इस ब्लास्ट की प्लानिंग में रणजीत सिंह के साथ शामिल हो सकते हैं। पुलिस रिमांड के दौरान दोनों से इस बारे में पूछताछ की जाएगी। पुलिस ऐसे लोगों की लिस्ट भी बना रही है जो रणजीत सिंह उर्फ चीता और गगनदीप के साथ सेंट्रल जेल में बंद रहे और पिछले साढ़े तीन महीने में बाहर निकले हों। ऐसे लोगों से पूछताछ की जा सकती है।

पत्नी, भाई और पिता से लंबी पूछताछ

लुधियाना ब्लास्ट की जांच कर रही टीम के अधिकारी शनिवार को खन्ना पहुंचे और वहां से गगनदीप की पत्नी, भाई और पिता को लुधियाना लाए। यहां तीनों से लंबी पूछताछ की गई। यह भी पता चला है कि तीनों से शनिवार देर शाम को एक बार फिर गगनदीप सिंह की बॉडी की शिनाख्त करवाई गई। पुलिस अधिकारी इन तीनों को अलग-अलग बैठाकर सवाल-जवाब कर रहे हैं।

जांच टीम यह जानने का प्रयास कर रही है कि गगनदीप की पिछले साढ़े 3 महीनों में क्या एक्टीविटी रही? उसका इनकम सोर्स क्या था? क्या वह पैसे की वजह से ही पुलिसवाले से तस्कर और फिर आतंकी बना? या इसकी कोई और वजह रही?

2 साल का कॉल रिकॉर्ड निकलवाया

पुलिस 2 साल में गगनदीप सिंह की ओर से इस्तेमाल किए जा रहे मोबाइल सिम की भी जांच कर रही है। उसकी कॉल डिटेल निकलवाई गई है। ऐसे नंबर पुलिस के विशेष राडार पर हैं जिन पर या तो गगनदीप सिंह की ज्यादा बातें हुईं या फिर कॉल ड्यूरेशन लंबा रहा। पुलिस ऐसे कई लोगों के मोबाइल भी अपने कब्जे में ले चुकी है।

गगन की गर्लफ्रेंड खोलेगी राज

पुलिस ने बम फिट करते समय मारे गए गगनदीप सिंह की गर्लफ्रेंड और पंजाब पुलिस की लेडी कॉन्स्टेबल कमलजीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है। कमलजीत कौर खन्ना पुलिस जिला में एसपी हेडक्वार्टर की नायब रीडर है। सूत्रों के अनुसार, धमाके से पहले संभवत: गगनदीप सिंह ने कमलजीत कौर को इसकी जानकारी दी थी।

लुधियाना कोर्ट में बम फिट करते समय हुए ब्लास्ट में मारे गए पंजाब पुलिस के बर्खास्त हेड कॉन्स्टेबल गगनदीप सिंह की गर्लफ्रेंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह महिला भी पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल है और मौजूदा समय में खन्ना पुलिस जिला के एसपी हेडक्वार्टर के ऑफिस में तैनात बताई गई।

लुधियाना कोर्ट में बम फिट करते समय हुए ब्लास्ट में मारे गए पंजाब पुलिस के बर्खास्त हेड कॉन्स्टेबल गगनदीप सिंह की गर्लफ्रेंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह महिला भी पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल है और मौजूदा समय में खन्ना पुलिस जिला के एसपी हेडक्वार्टर के ऑफिस में तैनात बताई गई।

पुलिस महकमे से बर्खास्त होने के बावजूद गगनदीप का खन्ना सदर थाने में भी रुटीन में आना-जाना था। वह थाने के कई मुलाजिमों के संपर्क में था। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि 2019 में हेरोइन के साथ गिरफ्तारी के समय गगनदीप खन्ना सदर थाने में ही मुंशी के तौर पर पदस्थ था।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच की टीम पहुंची

लुधियाना कोर्ट में हुए बम धमाके के तीसरे दिन, शनिवार को दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच की एक टीम पंजाब पहुंच गई। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में बीती 9 दिसंबर को ही ब्लास्ट हुआ था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच उस ब्लास्ट की जांच कर रही है। दिल्ली स्पेशल ब्रांच के अफसर इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि रोहिणी कोर्ट और लुधियाना कोर्ट में हुए धमाकों में क्या कोई समानता है? वह लुधियाना ब्लास्ट की जांच कर रही टीम से भी अपडेट ले रहे हैं।

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