लद्दाख में बाढ़: कुछ दिन पहले बनी कृत्रिम झील फटने से गांवों में घुसा पानी, फसलें तबाह; जांस्कार नदी के पुल को नुकसान पहुंचा
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- Flash Flood In Village Of Ladakh। Damage To Bridge And Standing Crop। Officials Had Already Issued Alert Regarding Flood
लेहएक घंटा पहले
UTDRF की टीम ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
देश के पहाड़ी क्षेत्र लद्दाख में रविवार को बाढ़ के हालात बन गए। केंद्र शासित प्रदेश के रम्बक गांव के करीब कुछ दिन पहले एक कृत्रिम झील बन गई थी। यह झील अचानक फट गई। जिसके बाद ढेर सारा मलबा नदी में जा गिरा और नदी का रास्ता रुक गया।
नदी का रास्ता रुकने के बाद पानी गांवों में घुस गया और लोगों की फसलें तबाह हो गईं। बाढ़ ने जांस्कार नदी पर बने पुल को भी नुकसान पहुंचाया है। स्थानीय प्रशासन ने पहले ही झील फटने का अलर्ट जारी कर दिया था।
लेह के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर और SSP ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र रंबक-जिंगचेन का निरीक्षण किया।
रेस्क्यू टीम तैनात
डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) के CEO सोनम चोसोर ने बताया कि गांव के आस-पास के इलाके की बड़ी संख्या में फसलें बर्बाद हुई हैं। रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है। घटना में किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा है।
अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश थे
DDMA ने शनिवार को सिंधु नदी में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया था। इसमें NHPC नेमो बास्गो प्रोजेक्ट के चीफ इंजिनियर, लीकर और खल्सी के SDM समेत लद्दाख डिजास्टर रिस्पांस फोर्स को अलर्ट जारी किया गया था।
सीनियर अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। निमू इलाके के पास की आबादी को भी बाढ़ के खतरे को लेकर आगाह किया गया था। बाढ़ की वजह से रम्बक, जिंगचेन, युरुसे और रमचंग को जोड़ने वाली सड़क मेन रोड से कट गई हैं।
जांस्कार नदी सिंधु नदी की एक सहायक नदी है और दोनों एक-दूसरे से लद्दाख की निमू घाटी में मिलती हैं।
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