लखीमपुर खीरी हिंसा: राहुल-प्रियंका आज बहराइच जा सकते हैं; अखिलेश और बसपा नेता सतीश मिश्र लखीमपुर में मृतक किसानों के परिजनों से मिलेंगे
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लखीमपुर/लखनऊ13 मिनट पहले
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लखीमपुर में किसान लवप्रीत के परिवार से बात करते राहुल गांधी।
लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा पर सियासत जारी है। आज समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर में मृतक किसानों के परिजनों से मिलने के लिए लखीमपुर जाएंगे। इससे पहले उन्होंने 4 अक्टूबर को जाने का प्रयास किया था। लेकिन उन्हें लखनऊ में हिरासत में ले लिया गया था। वहीं, बसपा महासचिव सतीश मिश्र भी आज लखीमपुर जाएंगे। योगी सरकार ने बुधवार को सभी दलों के 5-5 लोगों को पीड़ित परिवारों से मिलने की छूट दी है।
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और सांसद राहुल गांधी आज बहराइच जा सकते हैं। यहां के दो किसान गुरुविंदर और दलजीत सिंह लखीमपुर हिंसा में मारे गए थे। राहुल और प्रियंका अभी लखनऊ में हैं।
उधर, सुप्रीम कोर्ट लखीमपुर हिंसा पर सुनवाई करेगा, कोर्ट ने इस पर स्यू मोटो एक्शन लिया है। चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच गुरुवार को इस मामले की सुनवाई करेगी। किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद से पीड़ितों के लिए लगातार न्याय की मांग उठ रही है। यूपी सरकार ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज किया है। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है, जिस पर अपने वाहन से भीड़ को कुचलने का आरोप है। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने आरोपों से इनकार किया है।
मृतक के किसानों के परिजनों से मिलतीं प्रियंका गांधी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा बुधवार देर रात लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव पहुंचे। उन्होंने हिंसा में मारे गए किसान लवप्रीत (20), रमन कश्यप (30) और नक्षत्र सिंह (65) के परिजनों से मुलाकात की। राहुल लखनऊ से निकलने के बाद सीतापुर गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी से मिले। वे यहां करीब आधे घंटे रुके। इसके बाद दोनों किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर पहुंचे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता आज बहाराइच जा सकते हैं। वे यहां दलजीत और गुरविंदर के परिवार से मिलेंगे। राहुल और प्रियंका के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला और अजय सिंह लल्लू भी मौजूद थे।
राहुल गांधी ने लखीमपुर में पीड़ित परिवारों से बात की। उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
लखीमपुर में क्या हुआ था?
- रविवार यानी तीन अक्टूबर को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इससे 4 किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद भड़की हिंसा में किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। इस हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया।
- इस मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है।
- सरकार और किसानों के बीच समझौता हुआ। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए मुआवजा दिया। एक सदस्य को सरकारी और घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का वादा भी किया गया है।
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