रोहतक पहलवान परिवार हत्याकांड: रिमांड के आखिरी दिन मोनू ने मां और नानी को गोली मारने की कहानी बदली, हत्यारोपी मोनू के लिवइन FRIEND की संलिप्तता नहीं पर अभी क्लीन चिट भी नहीं
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रोहतक24 मिनट पहले
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होटल में लिवइन फ्रेंड के साथ आरोपी मोनू सीसीटीवी में कैद।
हरियाणा के रोहतक में 27 अगस्त को हुए पहलवान परिवार के हत्याकांड में हत्यारोपी अभिषेक उर्फ मोनू के लिवइन FRIEND की पुलिस को अभी तक कोई संलिप्ता नहीं मिली है। हालांकि अभी पुलिस उसे किसी भी सूरत में क्लीन चिट देने के मूड़ में भी नहीं है।
जांच कर रही एसआईटी के इंचार्ज डीएसपी गोरखपाल राणा ने बताया कि केस की गंभीरता के मद्देनजर अभी किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं करेंगे। केस में किसी भी निर्दोष को फंसाया नहीं जाएगा और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। अभिषेक के लिवइन FRIEND सहित वारदात में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों से पुलिस गहनता से पूछताछ कर रही है। आरोपी अभिषेक मोनू को पुलिस सोमवार को कोर्ट में पेश करेगी। डीएसपी के अनुसार आरोपी से लगभग सारी पूछताछ हो चुकी है। उसकी रिमांड अविध आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। मगर फिर भी देर रात व पेश करने से पहले तक कोई भी बड़ा इनपुट पुलिस के हाथ लगेगा तो रिमांड बढ़वाया जाएगा।
रिमांड के आखिरी दिन उगले कई और राज
रोहतक की झज्जर चुंगी स्थित विजय नगर की बाग वाली गली में पिता बबलू पहलवान, मां बबली, बहन तमन्ना उर्फ नेहा और नानी रोशनी देवी की हत्या के मामले में मोनू पुलिस रिमांड पर है। रिमांड के आखिरी दिन अभिषेक ने कई और राज उगले। मोनू ने बताया कि उसे सबसे ज्यादा रंजिश बहन तमन्ना से थी। बहन ही उसकी सबसे बड़ी राजदार थी और घर पर उसकी असलियित बताने वाली भी थी। 27 अगस्त सुबह 11 बजे वह घर पर आया और छिपकर उसने पापा की अवैध पिस्तौल उठाई। सीधे ऊपर के कमरे में गया और धीरे से कमरा बंद किया। बेड पर चादर ओढ़कर सो रही बहन तमन्ना को कनपटी पर सटाकर गोली मार दी।
अब बोला- नानी और मां खुद ऊपर कमरे में नहीं आईं, बहाने से बुलाया
अभी तक मोनू कह रहा था कि नानी पिस्तौल चलने पर नेहा को आवाज लगाती हुई ऊपर आई थी। मां भी खाने के बारे में पूछने के लिए ऊपर आई थी। अंतिम दिन मोनू ने इस पूरे प्रकरण को लेकर नई कहानी बताई। उसने कहा कि बहन को गोली मारने के बाद उसका मुंह तकिये से ढक दिया। इसके बाद नानी को आवाज लगाकर बहाने से ऊपर बुलाया। नानी के आने और कमरे में दाखिल होने के बाद वह पीछे खड़ा हो गया और एकदम गोली मार दी। इसके बाद नीचे गया और मम्मी को आवाज लगाई कि जल्दी ऊपर आओ, नानी को पता नहीं क्या हो गया। मां बबली जल्दी-जल्दी में ऊपर कमरे में पहुंची। पीछे-पीछे वह दौड़कर आया और मां के कमरे में दाखिल होते ही उसने पीछे से गोली मार दी।
मां के गहने उतार कमरा बंद कर दिया
मोनू के मुताबिक उसने अपनी मां के आभूषण उतारे और तीनों को कमरे में बंद किया। बाहर से लॉक लगाकर चाबी साथ लेकर नीचे पापा के कमरे में आया। कमरे में उसके पिता बबलू पहलवान चारपाई पर लेटे थे और फोन पर बात कर रहे थे। उसने पीछे से खड़े होकर माथे में पिस्तौल सटाकर दो गोलियां मार दीं। दो गोलियां लगने के बाद भी बबलू ने उठने की कोशिश की तो उसने एक और गोली मार दी। इसके बाद उसने पापा के हाथ से सोने का 11 तोले वजनी कड़ा निकाला और उन्हें भी कमरे में लॉक कर चाबी पास रखी ली। उसने अलमारियों सहित घर के सभी लॉक की चाबियां अपने साथ रख लीं। मोनू के मुताबिक उसे मां-बाप के गहने इसलिए चुराए कि सारे मामले को लूटपाट के लिए अज्ञात बदमाशों के हत्या करने के रूप में पेश कर सके।
लिवइन FRIEND के घर भी पता था दोनों के रिश्ते के बारे में
पुलिस के मुताबिक अभिषेक अपने जिस लिवइन FRIEND से शादी करने के लिए जेंडर बदलवाना चाहता था, उसके घर भी इस बात की जानकारी थी। इस कारण उसके लिवइन FRIEND के घर भी काफी लड़ाई-झगड़ा चल रहा था। दोनों की दोस्ती चार साल पहले दिल्ली में कैबिन क्रू की पढ़ाई के दौरान हुई। उस समय ये चार लोग एक कमरे में रहते थे। इन्हें छोड़कर बाकी दोनों अकसर बाहर चले जाते थे। दोनों एक ही कमरे में रहते थे तो दोनों के बीच संबंध बन गए। दोनों चार साल से लिवइन में हैं। अब करीब एक महीने पहले ही दोनों ने शादी करने की ठानी थी। पूरी वारदात को अंजाम देकर दोनों जल्दी ही दंपत्ति के रूप में विदेश भागने की तैयारी कर रहे थे।
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