मिस यूनिवर्स के लिए मां की मन्नत: हरनाज की मां साढ़े तीन घंटे तक गुरुद्वारे पर अरदास करती रहीं, बेटी जीती तो रो पड़ीं, कहा- दुनिया हिला दी
[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Chandigarh
- Father Paramjit Singh And Mother Ravinder Kaur Feels Proud On Daughter Miss Universe 2021 Harnaaz Kaur Sandu
चंडीगढ़6 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
भारत की हरनाज कौर संधू मिस यूनिवर्स बन गई हैं। 21 साल बाद किसी भारतीय सुंदरी ने मिस यूनिवर्स-2021 का खिताब अपने नाम किया है। इससे पहले 1992 में सुष्मिता सेन और 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं थीं। तब से भारत इस खिताब का इंतजार कर रहा था।
बेहद ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली हरनाज मूलत: पंजाब के गुरदासपुर जिले की रहने वाली हैं। हरनाज का परिवार फिलहाल मोहाली में खरड़ की मून पैराडाइज सोसाइटी में रहता है। उनके पिता परमजीत संधू प्रॉपर्टी डीलर हैं, जबकि मां रविंदर कौर संधू खरड़ के पास सोहना के एक प्राइवेट अस्पताल में गायनेकोलॉजिस्ट और मेडिकल सुपरवाइजर हैं।
बेटे ने दी बहन की जीत की खबर
मां रविंदर कौर सोमवार सुबह 5 बजे ही घर के पास स्थित सिंह शहीदां साहिब गुरुद्वारे चली गईं थीं। वे यहां साढ़े 8 बजे तक बैठी रहीं और बेटी की जीत के लिए अरदास करती रहीं। बेटी की कामयाबी के लिए उन्होंने दो अखंड पाठ करवाने की मन्नत भी मांगी। मां की मन्नत तब पूरी हो गई, जब बेटे हरनूर ने फोन करके हरनाज के मिस यूनिवर्स बनने की खबर दी।
मां ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और खुशी से रो पड़ीं
बेटी की जीत की खबर सुनकर खुशी के मारे मां की आंखें भर आईं। मां रविंदर कौर ने गुरुद्वारे में एक बार फिर मत्था टेका और घर की ओर दौड़ी चली आईं। हरनाज की कामयाबी से बेहद खुश परिवार को उसके बाद खाना खाने का समय ही नहीं मिला और शाम 4 बजे तक सभी मीडिया से बातचीत करते रहे।
ये भी पढ़ें…जब हरनाज की एक्टिंग देख रो पड़े जज और दर्शक
बेटी हरनाज कौर की कामयाबी पर मुस्कुराते उनके पिता पीएस संधू और मां रविंदर कौर।
बेटी के आने पर करवाएंगे अखंड पाठ
रविंदर कौर ने कहा कि उन्होंने एक अखंड पाठ गुरुद्वारा साहिब और दूसरा खरड़ के ही अकाल आश्रम में करवाने की मन्नत मांगी थी। अब बेटी के लौटने का इंतजार है। हरनाज के आने के बाद ही वह अखंड पाठ रखवाएंगी।
रविंदर कौर ने बताया, ‘प्रतियोगिता जीतने के बाद सुबह लगभग 11 बजे हरनाज ने वीडियो कॉल की। तकरीबन आधे मिनट बात हुई। जब मैंने कहा कि आई प्राउड ऑफ यू तो वह जवाब में बोली- आपने ही इस काबिल बनाया।’
पिता पीएस संधू ने बताया कि दोपहर एक बजे के आसपास हरनाज ने दूसरी बार कॉल किया। वह बेहद खुश थी। उसने बताया कि ऑर्गेनाइजर्स ने उसे बड़े रूम में शिफ्ट कर दिया है। वीडियो में उसने अपना कमरा भी दिखाया।’
यह पूछने पर कि हरनाज घर कब लौटेगी, मां रविंदर कौर ने बताया कि हरनाज के आने का अभी तक कोई शेड्यूल फिक्स नहीं हुआ है। अब मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की ऑर्गेनाइजिंग कमेटी ही उसका आगे का शेड्यूल प्लान करेगी।
अपने भाई हरनूर के साथ मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर।
भाई ने कहा- 7 साल छोटी बहन बड़ी हो गई
हरनाज के भाई का नाम हरनूर सिंह है। बहन की कामयाबी पर हरनूर ने कहा, ‘वह मुझसे 7 साल छोटी है, लेकिन आज वह बड़ी हो गई। मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता से जुड़ा प्रोग्राम सोमवार सुबह 5:30 बजे शुरू हो गया और 8:30 बजे तक चला। हरनाज जब टॉप-3 में पहुंची तो टेंशन शुरू हो गई।
जब आखिरी 2 प्रतिभागियों के नाम घोषित हुए तो हमें अंदर से यह महसूस हो गया कि अब हरनाज ही ताज जीतेगी। अनाउंसमेंट होते ही मैंने पूरे मोहल्ले में शोर मचा दिया। हरनाज ने हमारा सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। मुझे अपनी बहन पर नाज है।’
अपने जन्मदिन पर मां-बाप के साथ हरनाज कौर की बचपन की तस्वीर।
हरनाज परिवार का गुरूर, सिर फ़ख्र से ऊंचा कर दिया
बेटी की कामयाबी से फूले नहीं समा रहे पिता पीएस संधू और मां रविंदर कौर ने कहा कि उनकी बेटी उनका गुरूर है। उसने आज सिर फ़ख्र से ऊंचा कर दिया। वो बेटी नहीं बल्कि बेटा है।
पिता ने कहा कि रविवार को ही उनकी हरनाज से बात हुई। तब मैंने उसे लक्ष्य पर फोकस करने के लिए कहा और बाकी सब कुछ वाहेगुरु पर छोड़ देने को कहा। दोपहर बाद जब उसने फोन किया तो बताया कि वह मंच पर आखिरी क्षणों में वाहेगुरु का नाम जपती रही।
हालांकि परिवार को इस बात की थोड़ी मायूसी भी है कि वह प्रतियोगिता को लाइव नहीं देख पाए।
बचपन में कुछ ऐसी दिखतीं थीं मिस यूनिवर्स-2021 हरनाज कौर।
शांत रहने वाली लड़की ने तहलका मचा दिया
रविंदर कौर अपनी बेटी के मिस यूनिवर्स बनने की खबर सुनकर भावुक हो गईं। आंखें छलक आईं। खुद को संभालते हुए उन्होंने कहा कि शांत रहने वाली हरनाज ने आज दुनिया हिलाकर रख दी। परिवार को यह भरोसा तो था कि हरनाज अपनी लाइफ में कुछ जरूर बड़ा करेगी, लेकिन इस मुकाम पर पहुंचेगी, यह तो सपना सच हो जाने जैसा है।
रविंदर कौर ने बताया कि हरनाज जब भी कोई चीज खाती है तो उसके बाद वह वाहेगुरु और परमात्मा का थैंक्स जरूर कहती है। हर पंजाबी की तरह उसे भी मक्के की रोटी और सरसों का साग पसंद है। घर लौटने पर उसे सबसे पहले लंच में यही मिलने वाला है।
खुद से 7 साल बड़े भाई हरनूर के साथ हरनाज कौर, जो आज मिस यूनिवर्स है।
देवदास के गाने पर किया पहला डांस
हरनूर ने बताया कि बहन हरनाज ने देवदास फिल्म के गाने पर सबसे पहले डांस किया था। तब वह महज 5 साल की थी। उसने वो गाना टीवी पर देखा और खुद ही उसी हावभाव में डांस करने लगी। एक फैमिली फंक्शन में उसे डांस करते देखकर परिवार को पहली बार महसूस हुआ कि हरनाज को इन चीजों का शौक है। वह बचपन से ही मिमिक्री और एक्टिंग करती थी। अब उसके ग्रैंड सेलिब्रेशन का समय है।
हरनाज चंडीगढ़ के सेक्टर-41 स्थित शिवालिक पब्लिक स्कूल की छात्रा रहीं। 12वीं की पढ़ाई उसने सेक्टर-35 के खालसा स्कूल से की। इस समय हरनाज चंडीगढ़ के ही सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज (GCG) की छात्रा हैं। हरनाज की मां उन्हें डॉक्टर बनाना चाहती थीं जबकि हरनाज की इच्छा जज बनने की रही। वह मॉडलिंग और फिल्मों में भी करियर बनाना चाहती हैं।
मिस यूनिवर्स हरनाज कौर संधू अपने पिता परमजीत सिंह संधू, मां रविंदर कौर और भाई हरनूर के साथ।
मॉडलिंग की शुरुआत की तो पापा को पता नहीं था
हरनूर सिंह के अनुसार, जब हरनाज ने मॉडलिंग शुरू की तो पापा को इसकी जानकारी नहीं थी। शुरू में उसने मॉडलिंग करने की बात सिर्फ मुझे और मां को बताई क्योंकि उसे डर था कि शायद पापा सपोर्ट नहीं करेंगे। हमने उसे सपोर्ट करने का फैसला किया। जब वह मिस-चंडीगढ़ बनी तो पापा को इसका पता चला। उसके बाद पापा ने उसे हमसे भी ज्यादा सपोर्ट किया। पापा के प्रोत्साहन का ही नतीजा है कि आज हरनाज मिस यूनिवर्स बनकर दुनिया में चमक रही है।
शिवालिक स्कूल में बोर्ड पर लगी मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज कौर की तस्वीर।
गांव की पंचायत करेगी सम्मानित
हरनाज के पिता पीएस संधू के अनुसार गुरदासपुर जिले में पड़ने वाले उनके पैतृक गांव कोहाली की पंचायत का फोन भी उन्हें आया है। सरपंच गुरदीप और पूरी पंचायत ने हरनाज कौर संधू को सम्मानित करने का फैसला किया है। हरनाज के लौटने के बाद वह गांव जाने का शेड्यूल बनाएंगे।
[ad_2]
Source link