महाराष्ट्र के मंत्री की तबियत हुई खराब: कैबिनेट बैठक के बीच बिगड़ी जयंत पाटिल की तबीयत, ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती, फरवरी में हुए थे कोरोना संक्रमित
[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Maharashtra
- State Water Resources Minister Got Heart Attack, Admitted In Breach Candy Hospital; Health Deteriorated During Cabinet Meeting
मुंबई4 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
जयंत पाटिल पांच महीने पहले कोरोना को मात दी थी और उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है।
महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट मीटिंग के दौरान ही बुधवार को राज्य के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल की तबियत बिगड़ गई। पाटिल को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पाटिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। वे दिन पहले ही बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा कर लौटे थे।
बताया जा रहा है कि मीटिंग के दौरान ही पाटिल को बेचैनी हुई और वे बैठक बीच में ही छोड़ कर बाहर निकल आए। इसके बाद तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उनके सहयोगी उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे।फिलहाल ब्रीच कैंडी अस्पताल में जयंत पाटिल के साथ उनके बेटे और परिवार के कुछ अन्य सदस्य भी पहुंचे हैं। डॉक्टर्स की ओर से अभी तक कोई भी मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया गया है।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि पाटिल अभी डॉक्टरों की निगरानी में हैं। सभी जरूरी जाचं किए जा रहे हैं। जरूरत पड़ी तो कल उनकी एंजियोग्राफी की जाएगी।
ट्वीट कर लिखा-आपकी सेवा में जरूर आऊंगा
हॉस्पिटल में एडमिट होने के कुछ घंटे बाद NCP के वरिष्ठ नेता ने ट्विटर पर मराठी में लिखा, ‘आप सभी के आशीर्वाद से, मेरा स्वास्थ्य बहुत अच्छा है। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मैं नियमित जांच के लिए अस्पताल गया था। डॉक्टर ने सलाह दी है मुझे आराम करने के लिए। किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। मैं जल्द ही आपकी सेवा में वापस आऊंगा। धन्यवाद!’
फरवरी में कोरोना पॉजिटिव भी हुए थे पाटिलपाटिल इसी साल फरवरी महीने में कोरोना पॉजिटिव हुए थे। हालांकि, कुछ ही दिन में इसे मात देकर वे घर लौट आये थे। जयंत पाटिल ने दो दिन पहले बाढ़ प्रभावित पश्चिमी महाराष्ट्र का दौरा किया था। जयंत पाटिल ने सांगली, कोल्हापुर में स्थिति का निरीक्षण किया था। अपने दौरे के दौरान वह अजित पवार के साथ थे।
इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी दी थी। पाटिल सांगली के संरक्षक मंत्री भी हैं। सोमवार को पाटिल ने अधिकारियों को संकट की स्थिति में हर संभव मदद का निर्देश दिया था। बता दें कि कृष्णा नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि के कारण इसका पानी किनारे के गांवों और सांगली शहर में पहुंच गया था।
[ad_2]
Source link