महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री की मुश्किलें बढ़ीं: CBI और ED के बाद अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने अनिल देशमुख के मुंबई और नागपुर के ठिकानों पर छापा मारा
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मुंबई22 मिनट पहले
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छापेमारी की यह कार्रवाई अनिल देशमुख के नागपुर के कटोल स्थित आवास पर भी जारी है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) और CBI के बाद अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को देशमुख के मुंबई और नागपुर के कुछ ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई सुबह 11.30 बजे शुरू हुई।
नागपुर में अनिल देशमुख के कटोल स्थित आवास, मुंबई में ज्ञानेश्वरी आवास और एनआईटी कॉलेज में सर्चिंग जारी है। इससे पहले ED और CBI पांच बार अनिल देशमुख के घरों पर छापेमारी कर चुकी हैं।
देशमुख के खिलाफ हुई अब तक की कार्रवाई
पहली छापेमारी: 24 अप्रैल 2021
100 करोड़ की वसूली मामले की जांच हाथ में आते ही CBI की अलग-अलग टीमों ने पीपीई किट पहनकर अनिल देशमुख के मुंबई और नागपुर स्थित आवास और कार्यालयों सहित 10 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी। इनमें से नागपुर की टीम के हाथ महत्वपूर्ण सुराग लगे थे।
दूसरी छापेमारी: 25 मई, 2021
ED ने यह छापेमारी 25 मई 2021 को की थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने अनिल देशमुख के करीबी रहे सागर भटेवार के ठिकानों पर यह रेड की थी। इसमें नागपुर का शंकर नगर, कैंप क्षेत्र और जाफर नगर का घर शामिल था। उसके बाद शिवाजी नगर इलाके के हरे कृष्णा अपार्टमेंट में भी छापेमारी की गई थी।
तीसरी छापेमारी: 25 जून 2021
ED ने आठ जगहों पर छापा मारा था। इनमें अनिल देशमुख का वर्ली की सुखदा बिल्डिंग, ज्ञानेश्वरी बंगले और उनके एक ऑफिस शामिल था। इसी दिन उनके पीएस संजीव पलांडे और पीए कुंदन शिंदे के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। उसी ऑपरेशन में पलांडे और कुंदन शिंदे को गिरफ्तार किया गया था।
चौथी कार्रवाई: 2 जुलाई, 2021
2 जुलाई को ED के कुछ अधिकारी अनिल देशमुख से पूछताछ करने के लिए उनके घर पर पहुंचे हे। हालांकि, देशमुख नहीं मिले और समन की कॉपी उनके परिवार को देकर टीम लौट आई थी।
पांचवीं कार्रवाई: 6 अगस्त 2021
ईडी की टीम ने अनिल देशमुख के ट्रस्ट और कार्यालय पर रेड की थी।
छठवीं कार्रवाई – 17 सितंबर 2021
अनिल देशमुख के घर और दफ्तर पर अब आयकर विभाग ने छापेमारी की है। अनिल देशमुख के नागपुर, मुंबई, साथ ही उनके मालिकाना हक वाले कॉलेजों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है।
देशमुख को अब तक ED ने दिया 5 बार समन
पहला समन: 25 जून को
दूसरा समन: 26 जून को
तीसरा समन: 5 जुलाई
चौथा समन: 2 अगस्त
पांचवां समन: 18 अगस्त
हालांकि, हर बार समन के बाद देशमुख के वकील उनकी जगह ED के ऑफिस में पेश हुए और देशमुख की उम्र और बीमारी की बात कह पेश में छूट मांगी। ED की कार्रवाई के खिलाफ देशमुख ने सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया था, लेकिन अदालत ने उन्हें कोई छूट नहीं दी थी। देशमुख की एक याचिका हाईकोर्ट में भी लंबित है, जिसमें उन्होंने ED की ओर से दर्ज किए गए केस को रद्द करने की मांग की है।
अनिल देशमुख पर ये हैं आरोप
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने करीब ढाई महीने पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने ही मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वझे को हर महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली का टारगेट दिया था। हालांकि, अनिल देशमुख ने आरोपों से इंकार किया था, लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से CBI जांच के आदेश के बाद देशमुख को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
सचिन वझे ने भी देशमुख पर आरोप लगाया था
सिर्फ परमबीर सिंह ने ही नहीं, बल्कि सचिन वझे ने भी महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर अवैध वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाया था। वझे ने NIA को दिए बयान में कहा था
- मैंने 6 जून 2020 को दोबारा ड्यूटी जॉइन की थी। मेरी ज्वॉइनिंग से शरद पवार खुश नहीं थे। उन्होंने मुझे दोबारा सस्पेंड करने के लिए कहा। यह बात मुझे खुद अनिल देशमुख ने बताई थी। उन्होंने मुझसे पवार साहब को मनाने के लिए 2 करोड़ रुपए भी मांगे थे। इतनी बड़ी रकम देना मेरे लिए मुमकिन नहीं था। इसके बाद गृह मंत्री ने मुझे इसे बाद में चुकाने को कहा। इसके बाद मेरी पोस्टिंग मुंबई के क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) में हुई।
- जनवरी 2021 में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुझे अपने सरकारी बंगले पर बुलाया। तब उनके PA कुंदन भी वहां मौजूद थे। इसी समय मुझसे मुंबई में 1,650 पब, बार मौजूद होने और उनसे हर महीने 3 लाख रुपए के कलेक्शन की बात कही गई। इस पर मैंने गृह मंत्री अनिल देशमुख से कहा कि शहर में 1,650 बार नहीं, सिर्फ 200 बार हैं।
- मैंने गृह मंत्री को इस तरह बार और पबों से पैसा इकट्ठा करने से भी मना कर दिया था, क्योंकि मैंने उन्हें बताया था कि यह मेरी क्षमता से बाहर की बात है। तब गृह मंत्री के PA कुंदन ने मुझे कहा था कि अगर मैं अपनी जॉब और पोस्ट को बचाना चाहता हूं तो वही करूं जो गृह मंत्री कह रहे हैं।
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