भारत में 14 महीनों में 1.19 लाख बच्चे हुए ‘अनाथ’: द लैंसेट का बड़ा दावा- 1 मार्च 2020 से 30 अप्रैल 2021 के बीच 90751 बच्चों ने पिता और 25,500 बच्चों ने मां को खोया

भारत में 14 महीनों में 1.19 लाख बच्चे हुए ‘अनाथ’: द लैंसेट का बड़ा दावा- 1 मार्च 2020 से 30 अप्रैल 2021 के बीच 90751 बच्चों ने पिता और 25,500 बच्चों ने मां को खोया

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  • Big Claim Of The Lancet – Between 1 March 2020 To 30 April 2021, 90751 Children Lost Their Father And 25,500 Children Lost Their Mother

वॉशिंगटन/नई दिल्ली6 मिनट पहले

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भारत में 14 महीनों में 1.19 लाख बच्चे हुए ‘अनाथ’: द लैंसेट का बड़ा दावा- 1 मार्च 2020 से 30 अप्रैल 2021 के बीच 90751 बच्चों ने पिता और 25,500 बच्चों ने मां को खोया

रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका को छोड़कर बाकी देशों में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की मौत अधिक हुई। खासतौर पर अधेड़ उम्र और बुजुर्ग माता-पिता की।

कोरोना महामारी के शुरुआती 14 महीनों (1 मार्च 2020 से 30 अप्रैल 2021) में भारत के 1.19 लाख बच्चों समेत 21 देशों में 15 लाख से अधिक बच्चों ने अपने माता-पिता या उन अभिभावकों को खो दिया, जो उनकी देखभाल करते थे। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज (एनआईडीए) और नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (एनआईएच) का यह अध्ययन मशहूर हेल्थ जर्नल द लैंसेट में प्रकाशित हुआ है।

अध्ययन में दावा किया गया है कि कोविड-19 के कारण भारत में 25,500 बच्चों ने मां, जबकि 90,751 ने पिता को खो दिया। वहीं, 12 बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने माता-पिता दोनों को खोया। रिपोर्ट के मुताबिक, 2,898 भारतीय बच्चों ने दादा-दादी/नाना-नानी को खो दिया जबकि नौ बच्चों ने दोनों को खो दिया। दुनियाभर में ऐसे बच्चों की संख्या 11.34 लाख है, जिन्होंने माता-पिता या संरक्षक दादा-दादी/नाना-नानी को खो दिया। इनमें 10.42 लाख बच्चों ने मां, पिता या दोनों को खोया। दुनियाभर में 15.62 लाख बच्चों ने माता-पिता में से एक या देखभाल करने वालों में से एक को या साथ रह रहे दादा-दादी/नाना-नानी (या अन्य रिश्तेदार) को खो दिया।

अफ्रीका को छोड़ बाकी देशों में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की ज्यादा मौत हुई

जिन देशों में सबसे अधिक बच्चों ने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को खोया, उनमें द. अफ्रीका, पेरू, अमेरिका, भारत, ब्राजील और मेक्सिको शामिल हैं। देखभाल करने वाले प्राथमिक लोगों को खोने की दर पेरू, द. अफ्रीका, मेक्सिको, ब्राजील, कोलंबिया, ईरान, अमेरिका, अर्जेंटीना और रूस में ज्यादा है। भारत में प्रति 1000 बच्चों में माता-पिता या अभिभावक खाेने की दर 0.5 प्रतिशत है। यह अन्य द. अफ्रीका (6.4), पेरू (14.1), ब्राजील (3.5), कोलंबिया (3.4), मैक्सिको (5.1), रूस (2.0) और अमेरिका (1.8) से काफी कम है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका को छोड़कर बाकी देशों में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की मौत अधिक हुई। खासतौर पर अधेड़ उम्र और बुजुर्ग माता-पिता की।

जिन देशों में सबसे अधिक बच्चों ने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को खोया, उनमें द. अफ्रीका, पेरू, अमेरिका, भारत, ब्राजील और मेक्सिको शामिल हैं। देखभाल करने वाले प्राथमिक लोगों को खोने की दर पेरू, द. अफ्रीका, मेक्सिको, ब्राजील, कोलंबिया, ईरान, अमेरिका, अर्जेंटीना और रूस में ज्यादा है। भारत में प्रति 1000 बच्चों में माता-पिता या अभिभावक खाेने की दर 0.5 प्रतिशत है। यह अन्य द. अफ्रीका (6.4), पेरू (14.1), ब्राजील (3.5), कोलंबिया (3.4), मैक्सिको (5.1), रूस (2.0) और अमेरिका (1.8) से काफी कम है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण अफ्रीका को छोड़कर बाकी देशों में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की मौत अधिक हुई। खासतौर पर अधेड़ उम्र और बुजुर्ग माता-पिता की।

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