भारतीय यात्रियों के लिए अच्छी खबर: अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी कोवैक्सिन को मंजूरी दी, ट्रैवलर्स को अब सेल्फ आइसोलेट नहीं होना पड़ेगा

भारतीय यात्रियों के लिए अच्छी खबर: अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी कोवैक्सिन को मंजूरी दी, ट्रैवलर्स को अब सेल्फ आइसोलेट नहीं होना पड़ेगा

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नई दिल्ली8 मिनट पहले

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भारतीय यात्रियों के लिए अच्छी खबर: अमेरिका के बाद ब्रिटेन ने भी कोवैक्सिन को मंजूरी दी, ट्रैवलर्स को अब सेल्फ आइसोलेट नहीं होना पड़ेगा

भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को जल्द ही यूनाइटेड किंगडम (UK) अपनी अप्रूव्ड कोविड-19 वैक्सीन लिस्ट में शामिल करने जा रहा है। यानी, इंग्लैंड पहुंचने वाले उन इंटरनेशनल ट्रैवलर्स को अब सेल्फ आइसोलेट नहीं होना पड़ेगा जिन्हें कोवैक्सिन लगी है।

हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोवैक्सिन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी, जिसके बाद यूनाइटेड किंगडम की ओर से ये कदम उठाया गया है। चीन की सिनोवेक और सिनोफार्म वैक्सीन को भी UK ने अपनी अप्रूव्ड कोविड-19 वैक्सीन लिस्ट में शामिल करने का फैसला लिया है। इससे पहले अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भी कोवैक्सिन को मंजूरी दी थी।

भारतीय यात्रियों के लिए अच्छी खबर
ब्रिटिश हाई कमिश्नर एलेक्स एलिस ने ट्वीट किया, ‘UK ट्रैवल करने वाले भारतीय यात्रियों के लिए अच्छी खबर। कोवैक्सिन सहित WHO की इमरजेंसी यूज लिस्टिंग में शामिल कोविड-19 वैक्सीन से फुली वैक्सीनेटेड ट्रैवलर्स को 22 नवंबर से सेल्फ आइसोलेशन में नहीं रहना होगा।’

22 नवंबर, सुबह 4 बजे से प्रभावी होंगे नए नियम
कोवैक्सिन से फुली वैक्सीनेटेड ट्रैवलर्स को अराइवल पर प्री-डिपार्चर टेस्ट, डे-8 टेस्ट या सेल्फ-आइसोलेट होने की जरूरत नहीं होगी। ये बदलाव 22 नवंबर को सुबह 4 बजे से प्रभावी होंगे। UK के ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी ग्रांट शाप्स ने कहा, ‘नई घोषणाएं इंटरनेशनल ट्रैवल को फिर से शुरू करने के अगले चरण को चिह्नित करती हैं।’

18 साल से कम के यात्रियों के लिए भी नियमों में ढील
UK सरकार ने इंग्लैंड आने वाले 18 साल से कम के यात्रियों के लिए भी नियमों को सरल बनाया है। उन्हें अब बॉर्डर पर फुली वैक्सीनेटेड माना जाएगा और अराइवल पर सेल्फ-आइसोलेशन, डे-8 टेस्टिंग और प्री-डिपार्चर टेस्टिंग से छूट दी जाएगी। उन्हें केवल पोस्ट-अराइवल टेस्ट कराना होगा। अगर वह पॉजिटिव पाए जाते हैं तो PCR टेस्ट भी होगा।

WHO के अप्रूवल वाली दूसरी भारतीय वैक्सीन
कोवैक्सिन ऐसी दूसरी भारतीय वैक्सीन है, जिसे WHO का अप्रूवल मिला है। इससे पहले कोवीशील्ड को WHO का अप्रूवल मिला था। अप्रैल में कोवैक्सिन को बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने WHO की एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) को स्वीकार किया था।

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