बेरोजगार टीचरों पर टूटा पुलिस का कहर: मानसा में मुख्यमंत्री चन्नी की रैली का विरोध करने पर लाठीचार्ज; CM सिक्योरिटी के DSP ने बेरहमी से पीटा
[ad_1]
चंडीगढ़39 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
मानसा में हक मांग रहे बेरोजगार ETT टीचरों पर जमकर पुलिस का कहर टूटा। पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर टीचरों को पीटा। CM सिक्योरिटी में तैनात एक DSP तो इस कदर तैश में आया कि बेरहमी से टीचरों को पीटना शुरू कर दिया। DSP ने पहले सड़क पर टीचरों को पीटा, जिसके बाद भी उसका गुस्सा शांत नहीं हुआ।
जब टीचरों को अरेस्ट कर बस में बिठा लिया गया तो वह खिड़की से डंडा घुसाकर टीचरों को पीटता रहा। DSP की इस कारगुजारी की वीडियो सामने आने के बाद विरोधी दलों से लेकर किसान संगठनों ने CM चरणजीत चन्नी की सरकार पर निशाना साधा है।
गिरफ्तार किए जाने के बाद बस में बैठे टीचरों पर भी DSP डंडे बरसाता रहा
CM के बोलते ही शुरू हुआ प्रदर्शन, कहा- ऐसे मांगें हल नहीं होंगी
CM चरणजीत चन्नी मानसा में विवादित सिंगर शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला की रैली में गए थे। वहां जैसे ही सीएम चन्नी ने भाषण देना शुरू किया किया तो टीचरों ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने टीचरों को पंडाल से बाहर निकाल दिया। इसके बाद CM चन्नी ने चेतावनी भी दी कि इस तरह से कोई मांग हल नहीं होगी। इससे पहले वह टंकी-टावर पर चढ़ने वालों पर केस दर्ज करने की धमकी दे चुके हैं।
बेरोजगार टीचरों को पीटता DSP गुरमीत सिंह
गरीबों का CM नहीं क्रूर तानाशाह बने चन्नी : हरसिमरत बादल
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि सीएम चरणजीत चन्नी खुद को गरीबों का मुख्यमंत्री बताते हैं लेकिन अपने हक मांगने वालों को इस तरह बेरहमी से पीटा जाता है। इससे सीएम चन्नी का असली चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्होंने कहा कि सीएम चन्नी आम जनता के सेवक हैं लेकिन वह एक क्रूर तानाशाह की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
बेरोजगार टीचरों को पकड़ता DSP गुरमीत सिंह
पंजाब भर में प्रदर्शन कर रहे टीचर
पंजाब में बड़ी संख्या में टीचर प्रदर्शन कर रहे हैं। मोहाली में लगातार टीचरों का प्रदर्शन चल रहा है। इसके अलावा बेरोजगार टीचरों ने जालंधर में शिक्षा मंत्री परगट सिंह के घर पर भी रोष जता रहे हैं। एक बेरोजगार टीचर चंडीगढ़ में भी टावर पर चढ़ चुका है। कुछ दिन पहले कुछ बेरोजगार टीचर सीएम के निजी घर खरड़ में टावर पर चढ़ चुके हैं।
शिक्षा के मुद्दे पर घिरी पंजाब सरकार
पंजाब में शिक्षा के मुद्दे पर पंजाब सरकार घिरी हुई है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में टीचरों को 8 गारंटी दी। इसके बाद वह मोहाली पहुंचकर टीचरों के प्रदर्शन में भी शामिल हुए। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली और पंजाब के एजुकेशन मॉडल पर खुली बहस की चुनौती भी दी। जिसे पहले पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने कबूल कर लिया लेकिन बाद में पीछे हट गए। परगट ने कहा कि दिल्ली एक म्यूनिसिपैलिटी है और पंजाब बॉर्डर स्टेट, इसलिए दोनों के स्कूलों और शिक्षा व्यवस्था की तुलना नहीं की जा सकती।
बेरोजगार टीचरों को पीटता DSP गुरमीत सिंह
किसानों ने भी जताया आक्रोश
बेरोजगार टीचरों पर पंजाब पुलिस के अत्याचार के खिलाफ किसान नेताओं ने भी आक्रोश जताया। भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि इस तरह का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। बस में बैठे टीचरों पर भी पुलिस वाला डंडे बरसाता रहा। पंजाब के बेरोजगार युवकों पर राज्य सरकार को इस तरह का अमानवीय व्यवहार नहीं करवाना चाहिए।
[ad_2]
Source link