बिहार-यूपी में गंगा उफान पर: 27 लाख को सुरक्षित निकाला, बिहार में गंगा के तटवर्ती जिलों में 22 लाख से अधिक की आबादी गंगा के पानी से घिरी
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नई दिल्ली12 मिनट पहले
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पहाड़ों पर जहां भूस्खलन चुनौती खड़ी किए हुए हैं, वहीं मौदानी इलाकों में बाढ़ का कहर जारी।
बारिश से उत्तर भारत में बुरे हाल हैं। पहाड़ों पर जहां भूस्खलन चुनौती खड़ी किए हुए हैं, वहीं मौदानी इलाकों में बाढ़ कहर ढा रही है। बिहार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। गंगा के तटवर्ती जिलों में 22 लाख से अधिक की आबादी गंगा के पानी से घिर गई है। पटना से सटे दानापुर के कई गांवों में पानी घुस गया है। लोग पलायन करने लगे हैं। बिहार में एक दर्जन जिले हैं जहां से गंगा गुजरती है वहां गंगा का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इससे सैकड़ों गांव प्रभावित हैं। बक्सर, भोजपुर, पटना, सारण, वैशाली, बेगूसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार के दियारा इलाके के सैकड़ों गांव जलमग्न हैं और हजारों की आबादी प्रभावित है। दूसरी ओर, उत्तरप्रदेश में बीते 24 घंटे में 13.1 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 154% अधिक है। सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, ‘यूपी के 23 जिलों के 1243 गांवों में 5,46,049 लोगों की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई हैं।’ वहीं, सिंचाई विभाग की मानें तो बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. वहीं, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा और प्रयागराज में यमुना भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।
गंगा से लगते जिलों में आज भी बारिश का अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार देश में 1 जून से 10 अगस्त तक सामान्य से पांच फीसदी कम बारिश हुई है। वहीं, पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा से लगते इलाकों में 14 अगस्त तक व्यापक बारिश का अलर्ट जारी हुआ है।
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