बाबा रामदेव का एलोपैथी पर फिर हमला: योग गुरु ने कहा- ड्रग माफियाओं द्वारा तैयार सिलेबस पढ़ रहे डॉक्टर, मैं बोलता हूं तो मुझ पर गुर्राते हैं
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गाजियाबाद2 घंटे पहले
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इलाज की देशी पद्धति और एलोपैथी को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। योग गुरु बाबा रामदेव ने एलोपैथिक इलाज और डॉक्टरों को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने डॉक्टरों का नाम लिए बगैर कहा कि उन्हें जो सिलेबस पढ़ाया जाता है, वह ड्रग माफियाओं द्वारा तैयार किया गया है।
योग गुरु ने कहा कि डॉक्टर जिसे एविडेंस बेस्ड मेडिसिन (रिसर्च पेपर) बोलते हैं, वो दरअसल सिर्फ ड्रग इंडस्ट्री का सिलेबस है। रामदेव ने कहा कि अस्थमा, शुगर, अर्थराइटिस क्योर होता है। मैं जब ये बात कहता हूं तो लोग मुझ पर गुर्राते हैं, लेकिन उन्हें कुछ नहीं पता होता है।
बाबा रामदेव मंगलवार को गाजियाबाद के गांव सीकरी कलां में पतंजलि योगपीठ का उद्घाटन करने आए थे। इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया। बाबा ने कहा कि वह डायबिटीज टाइप-वन के करीब 100 मरीजों को नॉन डायबिटिक कर चुके हैं। यह दुनिया में ऐसा पहली बार हुआ है। जो लोग कोमा में थे, उन्हें योग थेरेपी, नेचरथेरेपी से ठीक किया गया है।
बाबा रामदेव मंगलवार को गाजियाबाद के गांव सीकरी कलां में पतंजलि योगपीठ का उद्घाटन करने आए थे।
रामदेव ने तब एलोपैथी को बताया था स्टुपिड और दिवालिया साइंस
स्वामी रामदेव ने इससे कुछ दिन भी पहले कहा था कि एलोपैथिक दवाएं खाने से लाखों लोगों की मौत हुई है। उन्होंने एलोपैथी को ‘स्टुपिड और दिवालिया साइंस’ भी कहा था। इस बयान के बाद IMA ने कड़ी आपत्ति जताई थी। आयुर्वेद और एलोपैथ इलाज को लेकर एक नई बहस छिड़ गई थी। हालांकि बाद में बाबा रामदेव ने कहा था कि वो अपना बयान वापस लेकर इस विवाद को विराम दे रहे हैं।
पतंजलि में इलाज कराने के नाम पर अब तक 5 करोड़ से ज्यादा की ठगी
गाजियाबाद में कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में अगले 6 महीने तक इलाज के लिए जगह नहीं है। सब हाउसफुल है। इसके बावजूद भी लोग इलाज के नाम पर ठगे जा रहे हैं। इसमें तमाम नेता, IAS-IPS ऑफिसर भी शामिल हैं। हम कह रहे हैं कि बिना रजिस्ट्रेशन इलाज नहीं होता, फिर भी लोग अपनी गलतियों से ठगे जा रहे हैं।
बाबा रामदेव ने कहा कि अब तक लोगों से करीब 5 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी हो चुकी है। पतंजलि ट्रस्ट की ओर से इस संबंध में नैनीताल हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है और इस पूरे फ्रॉड की सीबीआई जांच की मांग की गई है।
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