पाकिस्तान की तालिबान सरकार से बातचीत शुरू, बोले इमरान खान- ताजिक, हजारा और उज्बेक समुदायों को शामिल करने पर चर्चा
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पाकिस्तान ने तालिबान के साथ अफगानिस्तान में समावेशी सरकार बनाने के लिए बातचीत शुरू कर दी। शनिवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार ने अफगानिस्तान में समावेशी सरकार के लिए तालिबान से वार्ता शुरू कर दी है। पाकिस्तान प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट कर कहा कि दुशांबे में अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के नेताओं खासकर तजाकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमालि राखमोन के साथ चर्चा के बाद मैंने तालिबान के साथ बातचीत शुरू कर दी है। यह बातचीत ताजिक, हजारा और उज्बेक समुदायों को शामिल कर एक समावेशी सरकार बनाने की दिशा में चल रही है।
भले ही पाकिस्तान इन समुदायों की बात कर रहा है। लेकिन अपने ही देश में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा नहीं देने पाने की वजह से अंतरराष्ट्रीय मंच पर इमरान खान सरकार की काफी किरकिरी हो रही है। पहले से ही कई सारी रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा था था अफगानिस्तान पर कब्जा करने में पाकिस्तान ने तालिबान की मदद की थी। अगस्त के महीने में तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया था। तालिबान ने वहां केयरटेकर सरकार भी बनाई है।
इमरान खान पहले भी कह चुके हैं कि अगर यूएस, तालिबान से बातचीत नहीं करता और तालिबान सरकार को मान्यता देने के लेकर सकारात्मक रूख नहीं दिखाता तो इससे यहां मुश्किलें और बढ़ेंगी। प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि था काबुल में सत्ता पर तालिबान के कब्जा करने के बाद एक नई हकीकत स्थापित हुई है। उन्होंने कहा, अब यह सुनिश्चित करना अंतरराष्ट्रीय समुदाय का सामूहिक हित है कि कोई नया संघर्ष नहीं हो तथा युद्ध प्रभावित देश में सुरक्षा स्थिति स्थिर रहे। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने ये भी कहा था कि अफगानिस्तान को बाहर से नियंत्रित नहीं किया जा सकता और इस्लामाबाद युद्ध प्रभावित पड़ोसी देश का सहयोग जारी रखेगा।
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