पति टोक्यो में जीता, रोहतक में रो पड़ीं पत्नी: छोटू राम कॉलोनी के विनोद कुमार ने पैरालिंपिक में F-52 कैटेगरी में डिस्कस थ्रो में देश को दिलाया BRONZE, 19.98 मीटर थ्रो के साथ एशियन रिकॉर्ड भी बनाया
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- Vinod Kumar Of Chhotu Ram Colony Won The Country In The Discus Throw In The F 52 Category In The Paralympics, Also Made An Asian Record With A Throw Of 19.98 Meters
रोहतक23 मिनट पहले
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रोहतक में भावुक हुईं पैलाएथलीट विनोद कुमार की पत्नी को सांत्वना देती परिवार की अन्य महिला।
कोरोना से लड़ाई जीतने के बाद रोहतक के विनोद कुमार ने टोक्यो पैरालिंपिक में डिस्कस थ्रो में देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता है। साथ ही 19.98 मीटर थ्रो फेंक कर एशियन रिकॉर्ड भी कायम किया। विनोद की जीत पर पत्नी और बहन के खुशी के आंसू निकल आए। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार BRONZE मेडल मिला है, अगली बार विनोद जरूर गोल्ड मेडल लेकर आएंगे।
देश का नाम चमकाने वाले पैरा एथलीट विनोद कुमार।
पैरालिंपिक के लिए टोक्यो जाने से पहले विनोद कुमार कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे। विनोद ने जीवटता दिखाई और महामारी को हराकर टोक्यो पहुंचे। वहां उन्होंने रविवार को F52 कैटेगरी में 19.98 मीटर थ्रो फेंककर पदक जीता। उनके पदक जीतने पर रोहतक की छोटू राम कॉलोनी में परिवार ने आतिशबाजी कर और मिठाइंया बांटकर जश्न मनाया।
फिर ऐसे बंटी खिलाड़ी के घर मिठाई के रूप में खुशियां।
पत्नी अनीता औप बहन प्रोमिला विनोद की जीत पर अपने आंसू नहीं रोक पाईं। पत्नी अनीता ने कहा कि इस जीत से बहुत खुश हैं। इस बार कांस्य पदक मिला है अगली बार स्वर्ण पदक जीतेंगे। बहन प्रोमिला ने बताया कि इस मुकाम तक पहुंचने के लिए विनोद ने काफी मेहनत की है। पिछले 10 महीने से वह परिवार से बिल्कुल दूर था। परिवार ने काफी दुख झेला है। इस जीत ने सारे दुख भुला दिए हैं।
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